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अरवल:- जिला मुख्यालय स्थित व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया ।जिसमें काफी संख्या में लोग अपने अपने विवाद का निराकरण सुलह के आधार पर कराया। जिसमें कुल 322 मामलों का निष्पादन किया गया एवं 2 करोड़ 35 लाख 45 हजार तीन सौ 91रूपये का बैंकिंग ऋण का सेटलमेंट किया गया । जिसमें ₹8लाख 2हजार 570 रुपए रिकवरी की गई ।लोक अदालत मे कुल 5 बेंच का गठन किया गया था । जिसमें प्रथम बेंच में माधवेंद्र सिंह अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम पीठासीन पदाधिकारी तथा अरुण कुमार एवं शशिकांत शर्मा पैनल अधिवक्ता, द्वित्तीय पीठ में राकेश कुमार राकेश पीठासीन पदाधिकारी तथा डॉ राजेश चंद्रा एवं अमरेंद्र कुमार पैनल अधिवक्ता, तृतीय पीठ में मनोज कुमार अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी पीठासीन पदाधिकारी तथा रामजन्म सिंह एवं संतोष कुमार पैनल अधिवक्ता, चतुर्थ पीठ में आशीष कुमार अग्निहोत्री मुंसिफ पीठासीन पदाधिकारी तथा दीनानाथ रजक एवं डॉ अनवर हुसैन पैनल अधिवक्ता एवं पांचवा पीठ में सुशील दत्त न्यायिक दंडाधिकारी पीठासीन पदाधिकारी एवं विनोद कुमार तथा नंदकिशोर शर्मा पैनल अधिवक्ता के रूप में उपस्थित थे। लोक अदालत में बैंक ऋण से संबंधित 265 मामले का निष्पादन किया गया । जिसमें 2 करोड़ 33 लाख 45 हजार तीन सौ ₹91 का राशि का सेटलमेंट किया गया जिसके विरूद्ध ₹8लाख 2हजार 570 की रिकवरी की गई ।वही अपराधिक स्थानीय 57 मामलों का निष्पादन सुलह के आधार पर किया गया। लोक अदालत में काफी संख्या में लोगों की भागीदारी रही तथा अपने अपने मुकदमे के सुलह के आधार पर निष्पादन कराने में तत्पर दिखे गए ।लोक अदालत में सुलह के आधार पर मुकदमे का निष्पादन किया जाता है। इस अवसर पर वन विभाग खनन विभाग सहित अन्य कई विभागों के पदाधिकारी की उपस्थिति नहीं रहने के कारण अनेक मुकदमों का निष्पादन नहीं किया जा सका तथा पक्षकार मायूस होकर लौटते देखे गए।