उत्तराखंड ब्यूरो
हरिद्वार : दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ शिकारपुर में दुग्ध संघ अध्यक्ष चौधरी रणबीर सिंह की अध्यक्षता में महिला दिवस मनाया गयाl इस अवसर पर शिक्षा, चिकित्सा, सुरक्षा ,विधिक क्षेत्र मैं कार्यरत महिलाओ द्वारा जानकारी दी गई तथा देश विदेश में महिलाओं द्वारा किए गए विशेष कार्यों का सम्मान एवं प्रशंसा करते हुए उनकी उपलब्धियों को याद किया गया l कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया l इस अवसर पर महिलाओं को संबोधित करते हुए शिक्षाविद भावना त्यागी द्वारा कहा गया की शिक्षा मनुष्य का तीसरा नेत्र है l यदि एक महिला शिक्षित हो जाती है तो दो परिवार शिक्षित हो जाते हैंl सरकार द्वारा भी महिलाओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है तथा उनको आत्मनिर्भर बनने के लिए जागरूकता अभियान, महिला स्वयं सहायता समूह, द्वारा, स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा हैl मां बच्चे की प्रथम गुरु होती है इसलिए महिला को शिक्षित और संस्कारी होना आवश्यक है तभी भारत की भावी पीढ़ी अपना सर्वांगीण विकास कर भारत के निर्माण में योगदान दे सकेगीl
पुलिस विभाग से सहायक उप निरीक्षक ललिता द्वारा कहा गया की समाज में महिला को बौद्धिक एवं शारीरिक स्तर पर कमजोर आंका जाता है परंतु वर्तमान समय महिला सशक्तिकरण का है और महिलाओं द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया जा रहा हैl उसी का परिणाम है कि आज महिलाएं सेना में अर्धसैनिक बलों एवं पुलिस बल में कार्य करते हुए शीर्ष पदों पर पहुंची है तथा समाज का मार्गदर्शन कर रही है l आज महिला अबला नहीं सबला है तथा कानून की दायरे में रहकर अन्याय का सामना करती हैl महिलाओं के कानूनी अधिकार की जानकारी दी जानकारीl
सचिव विश्व आयुर्वेद संघ वैद्य टेक बल्लभ द्वारा महिलाओं को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, टीकाकरण, बीमारियों से बचाव एवं उपचार सरकार द्वारा महिलाओं एवं गरीबों को बीमारियों के उपचार के लिए दी जा रही सहायता की जानकारी दी गईl सहायक प्रबंधक महिला अनीता शर्मा द्वारा महिला डेयरी विकास द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए दुग्ध व्यवसाय से ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार प्राप्त करने के लिए कहा गयाl
दुग्ध संघ के प्रधान प्रबंधक गामा शंकर मौर्य द्वारा कविता के माध्यम से महिलाओं का ज्ञान वर्धन किया गया तथा ग्रामीण महिलाओं को दुग्ध व्यवसाय से जुड़कर अपनी आर्थिकी एवं सामाजिक स्थिति सुधारने के लिए प्रेरित किया भारत सरकार एवं उत्तराखंड सरकार द्वारा डेरी के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया की दुग्ध समितियों के माध्यम से एनसीडीसी योजना द्वारा 25% अनुदान पर 3 एवं 5 पशु क्रय करने के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाता हैl दुधारू पशुओं पर 35000 ₹ प्रत्येक पशु की दर से किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जा रहे हैंl आंचल संतुलित पशु आहार ₹400 प्रति कुंतल की दर से अनुदान दिया जाता है साइलेज एवं मिनरल मिक्चर 50% अनुदान पर उपलब्ध कराया जाता है l आकस्मिक पशु चिकित्सा वाहन द्वारा पशु उपचार निशुल्क किया जाता है उत्तराखंड सरकार द्वारा दूध मूल्य प्रोत्साहन राशि ₹4 प्रति लीटर सीधे किसान के खाते में भेजी जाती है ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों को शहरी दुग्ध उपभोक्ताओं से जोड़कर सहकारिता के द्वारा जय जवान जय किसान के नारे को साकार किया जा रहा है l
वित्तीय वर्ष में अधिकतम दूध देने वाली समितियों में झबीरण जट्ट प्रथम स्थान, सरोली द्वितीय स्थान, मंडावर तीसरा स्थान, महेशरा चौथा स्थान तथा मोहितपुर समिति को पुरस्कार दिया गया जो समितियों के सचिव प्रशांत कुमार, डेनम सैनी, अनुज सैनी, सरदार हरजिंदर एवं राजकुमारी ने प्राप्त कियाl महिला दुग्ध समितियों में अधिकतम दूध देने वाली तीन दुग्ध उत्पादकों मैं प्रथम स्थान ₹10000 नीलम शेरपुर समिति द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त कर ₹7000 सोनिया नगला समिति एवं कविता सिकंदरपुर समिति द्वारा तीसरा स्थान प्राप्त कर ₹5000 का नगद पुरस्कार प्राप्त किया इस अवसर पर अनीता सहायक प्रबंधक, लीला, सुषमा, कृष्णा, प्रवेश, शिवानी, मोनिका, डॉ. मुकेश राजपूत, सुशील, चरण सिंह, नीरज चौधरी, विक्रम सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीl कार्यक्रम का संचालन सहदेव सिंह पुंडीर के द्वारा किया गया l