सुबोध,
किशनगंज 31अक्टूबर ।बिहार के सीमावर्ती जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में जगह-जगह सोमवार को अहले सुबह उदिप्तमान भगवान भास्कर को अर्घ्य दी गयी और इसी के साथ लगातार चार दिनों तक चलने वाली लोक आस्था का महाछठ पर्व विधिवत् सपन्न हुयी।
इस अवसर पर यहा के जिम्मेदार जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने अपने प्रशासनिक जबावदेह को इमानीदारी से निभाने में कोई कौर- कसर नही छोड़ी है। जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में जिले के वरीय पदाधिकारी एवं प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों ने भी अपने जबावदेही को इमादारी से निभाते देखी गयी। जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. इनामुक हक मेगनू के निर्देश के मुताबिक कुशल पुलिसिंग व्यवस्था में लोक आस्था महाछठ पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हुयी।समाचार प्रेषण तक जिले भर से कोई अप्रिय घटना की खबर कहीं से नही आयी है ।नगर परिषद एवं नगर पंचायत के अधिकारी एवं सफाई कर्मियों का अहम योगदान से छठ घाटों पर स्वच्छता दिखाई दी।सबसे बड़ी बात जगह-जगह छठ घाटों पर छठघाट की व्यवस्थापक समिति की सक्रियता से छठ वर्तियों को भी घाट पर कोई परेशानी नही हुयी और घाट सुरक्षित कराने में कोई विवाद भी नही हुआ।
जिले में प्रमुख और पुराने घाटों में खगडा़ स्थित देव छठघाट,धोबीपट्टी छठघाट डेमार्केट ,रूईधाशा राम जानकी छठघाट,गांधी छठघाट रमज़ान पुल , किशनगंज -ठाकुरगंज मुख्यमार्ग से लगा घोड़ामरा छठघाट चकला पंचायत,किशनगंज ,बेलुआ पंचायत के ओदराघाट काली मंदिर छठघाट इत्यादि सहित शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ो छठघाट बने होगें और करीब -करीब जिले के पचास हजार व्रतियों ने सूर्य उपासना का यह पर्व विधिवत् संपन्न किया।
उल्लेखनीय है कि लगातार चार दिनों तक चलने वाली लोक आस्था का महाछठ पर्व में शुक्रवार को नहाय-खाय,शनिवार को खरना ,रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य की पूजा एवं सोमवार सुबह को उदिप्तमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर विधिवत् संपन्न हो गयी है।