बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। आदिवासी समुदाय के बीच आयुर्वेदिक चिकित्सा व शिक्षा के संदर्भ में उल्लेखनीय कार्यों की वजह से पद्मश्री से पुरस्कृत कमली सोरेन का अभिनंदन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने किया है। रविवार को वह पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में पहुंचे थे जहां सोरेन को शॉल ओढ़ाया और श्रीफल देकर सम्मानित किया। भारत सरकार ने सोरेन को जनजाति समाज में शिक्षा और भारतीय पद्धति से चिकित्सा के संबंध में बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध बनवासी कल्याण आश्रम की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन भी रविवार को किया गया था जहां सोरेन को सम्मानित किया गया।
कमली सोरेन गाजोल, मालदा की रहने वाली है। सुदूर ग्रामिण इलाकों में रहने वाले वनवासियों के विकास और संस्कृति को सहजकर रखने में अहम भूमिका निभाती आ रही है। ये उनका जज्बा ही है कि वे पढ़ी लिखी नहीं होने के बावजूद भी दूसरों की शिक्षा के लिए तत्पर रहती हैं। उन्होंने कई विद्यार्थियों को पढ़ाया लिखाया है। जनजाति समुदाय के कल्याण के लिए आश्रम चलाती हैं। वहीं जड़ी-बूटी के बारे में भी विशेष जानकारी रखती है। जिसके माध्यम से इलाज करती है। जिसका लाभ सैकड़ों रोगियों को मिल चुका है।
उनका वनवासी कल्याण आश्रम सुदूर ग्रामिण इलाकों में रहने वाले वनवासी समाज के विकास के लिए कार्य करता है। इनके रीति-रिवाजों का पालन करते हुए संस्था की ओर से सामूहिक विवाह का भी आयोजन किया जाता है। जहां पर विवाह समारोह में शामिल होने वाले वनवासियों सहित अन्य अतिथियों के लिए भोजन की व्यवस्था के साथ घर-गृहस्थी को चलाने के लिए सामान भी दिया जाता है ताकि नवदंपति अपना वैवाहिक जीवन की शुरूआत बिना किसी तनाव के कर सकें।