subhash nigam
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद ने आज कहा है कि राम मन्दिर की जगह बाबरी बनाने जैसे कांग्रेसी दिवास्वप्न साकार नहीं होंगे। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महा सचिव डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा है कि कांग्रेस के एक पुराने वरिष्ठ नेता ने यह खुलासा किया है कि राहुल गांधी सत्ता में आने के बाद राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाएंगे चाहे उसके लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को बदलने के लिए शाहबानो की तरह संविधान में संशोधन करना पड़े। उनका यह इरादा काफी चिंताजनक है। इसका अभी तक किसी ने खंडन नहीं किया है। इसका मतलब उन्होंने इस आरोप को स्वीकार कर लिया है।
डॉ जैन ने कहा कि इंडी गठबंधन का यह निर्णय विश्व के करोड़ों राम भक्तों के लिए एक बड़ी चुनौती है। राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाने के इरादों का राम भक्त हमेशा की तरह मुंह तोड़ जवाब देंगे। इंडी गठबंधन का सनातन विरोधी व राम विरोधी चरित्र बार-बार सामने आता रहा है। इस अपवित्र गठबंधन के सदस्यों ने ही अयोध्या में कारसेवकों का नरसंहार किया था और गोधरा में 59 कारसेवकों को जिंदा जलाने वालों का साथ दिया था। कांग्रेस ने तो राम मंदिर के निर्णय को लटकाने व भटकाने के लिए वरिष्ठ वकीलों की एक फौज ही खड़ी कर दी थी। तब भी राम भक्तों के संकल्प के सामने इनमें से किसी के राम मंदिर विरोधी षड्यंत्र सफल नहीं हो सके और भव्य राम मंदिर का निर्माण हो गया तो इन्होंने यह नया प्रपंच रचा है।
उन्होंने कहा कि ये सत्ता में आने पर संविधान को बदल देना चाहते हैं और राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनना चाहते हैं। इन्होंने अपने इरादे मुस्लिम समाज को पहले ही बता दिए हैं। इसलिए ऐसे ओवैसी जैसे मुस्लिम नेता बार-बार बाबरी की बात करके मुस्लिम समाज को भड़काते हैं। इनके भड़काने पर ही कुछ लोग टाइम आने पर बाबरी बनाने की धमकी देते हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी यही जहर भरे हुए नारे लगा रहे हैं। ऐसा लगता है वे भारत को 1946 की स्थिति में लाना चाहते हैं।
विहिप राम भक्तों का आह्वान करती है कि अपने मतदान के द्वारा इन राम विरोधी और राष्ट्र विरोधी षडयंत्रों को सफल करें। वे मतदान अवश्य करें। “शत प्रतिशत मतदान और राष्ट्र के हित में मतदान”, हमारा यही संकल्प इन राष्ट्र विरोधी तत्वों को मुंहतोड़ जवाब देने में सफल होगा।