सुबोध, ब्यूरो किशनगंज
किशनगंज 07 अगस्त। बिहार के किशनगंज नगर परिषद स्थित पूरब पाली भूतनाथ गौशाला मुक्तिधाम में रात्रि के समय शव दाह करना यहां शहर वासियों के लिए मुश्किल कार्य है। क्योंकि रात्रि के समय श्मशान की वास्तविक रूप नजर आती है । क्योंकि न कोई उचित प्रकाश की व्यवस्था के अभाव में अंतिम संस्कार में परेशानी होती है। श्मशान परिसर में यत्र-तत्र गंदगी का अंबार लगा रहता यानि साफ -सफाई के अभाव में वहां दुर्गंध के कारण बैठना भी मुश्किल है।यह बातें मोतीबाग निवासी विरेन्द्र चौहान ने बुधवार को कहीं । उन्होंने कहा कि कि मेरे परिवार के एक सदस्य खास मेरी भाभी के निधन के बाद मंगलवार रात्रि करीब 08बजे हमलोग अपने समाज के साथ शहर के पूरब पाली स्थित भूतनाथ गौशाला श्मशान घाट (मुक्तिधाम) में भाभी का अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे । उक्त स्थल पर घोर अंधेरा था नगर परिषद के द्वारा वहां प्रकाश की कोई उचित व्यवस्था नहीं रहने कारण बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। हमलोगों ने अपनी तरफ से प्रकाश की व्यवस्था करते हुए अपनी भाभी का जैसे -तैसे अंतिम संस्कार कर सका था।हमारे समाज के जो लोग वाहन लेकर अंतिम संस्कार यात्रा में शामिल हुए थे । उन लोगों ने अपने -अपने वाहन के बत्ती जलाकर प्रकाश फैलाया जिसके रोशनी में दाह संस्कार की तैयारी की गयी। उन्होंने कहा शहर में रहकर भी मुक्तिधाम में मुर्दे को अंतिम समय में भी उचित प्रकाश की व्यवस्था न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी मांग है कि नगर प्रशासन इस बात का संज्ञान लेकर रात्रि के समय में किसी भी शव के अंतिम संस्कार में उचित प्रकाश की व्यवस्था देने का भविष्य में प्रयास करेंगे।
इस बाबत नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि भाई कलीमुद्दीन ने कहा कि अगर वहां श्मशान भूमि में ऐसी व्यवस्था है तो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस गंभीर समस्या को हर संभव जन हित में संज्ञान में लिया जाएगा। नगर परिषद के वोर्ड की बैठक में भी मैं एक वार्ड पार्षद की हैसियत से बात रखूंगा। जनहित में समस्या का समाधान जरूर होगी। मामले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी एवं मुख्य पार्षद ,किशनगंज नगर परिषद से भी संपर्क करने का असफल प्रयास रहा।