बंगाल :
कोलकाता। 8 चरणों में होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव का सबसे दिलचस्प दूसरा चरण होने जा रहा है। रात बीतते ही एक अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा। इस चरण में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई दिग्गज उम्मीदवारों की साख दांव पर है। इसमें राज्य की सबसे महत्वपूर्ण नंदीग्राम सीट भी शामिल है। इस सीट पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खड़ी हैं और उनके खिलाफ उन्हीं के पूर्व सिपहसालार और राज्य के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी चुनाव लड़ रहे हैं।
चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि दूसरे चरण में कुल 171 उम्मीदवार चुनावी मैदान में खड़े हैं जिनके लिए 7594549 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
उम्मीदवारों में 19 महिलाएं शामिल हैं।
2016 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो दूसरे चरण की इन 30 सीटों में से पिछली बार तृणमूल कांग्रेस ने 21 पर जीत दर्ज की थी। जबकि बीजेपी महज एक सीट पर जीत पाई थी। लेफ्ट को 5 और कांग्रेस को तीन सीटों पर जीत मिली थी।
171 में 43 उम्मीदवारों ने पेंडिंग क्रिमिनल केस की जानकारी दी है। इनमें से 17 बीजेपी, 8 टीएमसी, 7 सीपीएम, 3 एसयूसीआई(सी), कांग्रेस और बीएसपी से 2-2 और एक प्रत्याशी सीपीआई से है। करीब 36 प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक केस की घोषणी की है, जो नॉन-बेलेबल केस हैं और जिनमें 5 साल से अधिक कैद की सजा का भी प्रावधान है।
कुल 171 प्रत्याशियों में 26 यानी 15 फीसदी करोड़पति हैं, जबकि चार प्रत्याशियों ने जीरो संपत्ति घोषित की है। तृणमूल के 11 करोड़पति प्रत्याशी (37 फीसदी) हैं, जबकि बीजेपी के 10 (33 फीसदी) प्रत्याशी करोड़पति हैं।
भारतीय जनता पार्टी और राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने दूसरे चरण के दौरान बंगाल की सभी 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जबकि कांग्रेस, लेफ्ट और उनके घटक दल इंडियन सेक्युरल फ्रंड यहां पर संयुक्त मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ रही हैं। सीपीएम ने 15 प्रत्याशियों को दूसरे चरण के दौरान सियासी मैदान में उतारा तो वहीं कांग्रेस के-9, सीपीआई के 2, और एआईएफबी और आरएसपी के 1-1 उम्मीदवार हैं। तो वहीं 32 निर्दलियों के साथ अन्य 44 उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
राज्य की 30 विधानसभा सीटों की 10620 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होनी है जिसके लिए केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई है। खास बात यह है कि सभी मतदान केंद्रों को आयोग ने संवेदनशील घोषित किया है। ममता के अलावा डेबरा में पूर्व आईपीएस अधिकारियों के बीच लड़ाई होगी जिसमें बीजेपी से भारती घोष टीएमसी के हुमायूं कबीर से मुकाबला करेंगी। क्रिकेटर से नेता बने अशोक डिंडा भी मौयना से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। खड़गपुर सदर से अभिनेता हिरणमय भी बीजेपी की टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बांकुड़ा से टीएमसी की टिकट पर अभिनेत्री शायंतिका भी मैदान में हैं।
सुरक्षा के लिए सीएपीएफ की कुल 697 टुकड़ियां तैनात की गयी हैं। पूर्व मिदनापुर की कुल 9 सीटों पर मतदान होगा- तमलुक, पांशकुड़ा पूर्व, पांशकुड़ा पश्चिम, मोयना, नंदकुमार, महिषादल, हल्दिया, नंदीग्राम, चांदीपुर. पश्चिम मिदनापुर की इन 9 सीटों पर मतदान होगा- खड़गपुर सदर, नारायणगढ़, सबंग, पिंगला, देबरा, दासपुर, घाटाल, चंद्रकोणा, केशपुर. साथ ही बांकुड़ा की इन 8 सीटों पर-
तालडांगरा, बांकुड़ा, बरजोरा, ओंदा, विष्णुपुर, कतुलपुर, इंडास, सोनामुखी। और दक्षिण 24 परगना की 4 सीटों पर मतदान होगा- गोसाबा, पाथरप्रतिमा, काकद्वीप, सागर।
—–
मतदान वाले दिन धारा 144 लगा सकता है आयोग
– बीते दिनों हुई कई हिंसा की घटनाओं के बाद चुनाव आयोग की नजर नंदीग्राम पर खास तौर पर है. सूत्रों का मानें तो जहां पर जरूरत पड़ने पर धारा 144 लगाकर भी चुनाव किया जा सकता है। हिंसा की संभावनाओं के बीच सबसे ज्यादा केन्द्रीय सुरक्षा बल नंदीग्राम में ही लगाए गए हैं।
दूसरे चरण में बांकुड़ा के पार्ट 2, पूर्व मेदिनीपुर पार्ट 2, पश्चिम मेदिनीपुर पार्ट 2 और दक्षिण 24 परगना के पार्ट वन में वोटिंग होगी। चुनाव आयोग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व मेदिनीपुर में 199 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की तैनाती हुई है जबकि 210 कंपनी पश्चिम मेदिनीपुर, 170 कंपनी दक्षिण 24 परगना और 72 कंपनी की तैनाती बांकुड़ा में हुई है। चुनाव आयोग ने आदेश दिया है कि मतदान केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में राज्य पुलिस के जवानों की तैनाती नहीं होगी और केवल केंद्रीय बलों के जवान मतदान केंद्रों की सुरक्षा के साथ-साथ कानून व्यवस्था के हालात को भी संभालेंगे।