बंगाल ब्यूरो
कोलकाता । गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित विश्वभारती विश्वविद्यालय की जमीन कब्जा करने के आरोपित नोबेल विजेता अमर्त्य सेन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही टिप्पणी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुर्शिदाबाद के बहरामपुर से सांसद अधीर रंजन चौधरी ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि जिस अमर्त्य सेन ने पूरी दुनिया में बंगाल और बंगाली समुदाय का नाम बढ़ाया है उन्हें लेकर जिस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही हैं वह निंदनीय है।
दरअसल अमर्त्य सेन पर लगे आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ लोग “जमीन चोर अमर्त्य सेन” हैशटैग के साथ लगातार पोस्ट कर रहे हैं। सेन वैसे भी कथित तौर पर वामपंथी विचारधारा के समर्थक रहे हैं जिसके कारण दक्षिणपंथी सोच विचार वाले लोग उन्हें निशाना बनाते रहते हैं। हाल ही में विश्वभारती विश्वविद्यालय की ओर से एक सूची जारी की गई थी जिसमें विश्वविद्यालय की जमीन पर कब्जा करने वालों का नाम लिखा गया था। इसमें अमर्त्य सेन को भी शामिल किया गया है। इसके बाद सेन भाजपा और अन्य सहयोगी पार्टियों के निशाने पर हैं।
इस बीच अधीर ने सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान के खिलाफ अधीर ने गुरुवार को फेसबुक पर लिखा है, “अमर्त्य सेन जमीन चोर” !!! कब संभलेंगे बंगाली लोग? पूरी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीतकर बंगाली समुदाय और खुद को विश्व में गौरवान्वित किया, उसे बंगाल की धरती से “जमीन चोर” की उपाधि दी जा रही है !!!
अमर्त्य सेन ने वेस्ट पेपर बास्केट में जो कागज फेंके हैं, वे भी पढ़े और लिखे तो पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। जो बंगाल के मणि हैं उन्हें अपमानित कर हम बंगाल को किस रत्न में जड़ रहे हैं? अमर्त्य सेन रत्नागर्भा बंगाल के दुर्लभ रत्नों में से एक हैं। मैं सिर्फ उन्हें अपमानित करने के लिए निंदा ही नहीं कर रहा हूं, बल्कि मैं इस घृणित कार्य का घोर विरोध भी कर रहा हूं।”