धनबाद ब्यूरो
धनबाद : कोविड -19 मामलों में विशेष रूप से महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ आदि में अवांछनीय वृद्धि के कारण देश भर में एक महामारी उभर रही है। ऐसी चुनौतीपूर्ण और अभूतपूर्व स्थिति में रेलप्रशासन को हर संभव प्रयास करते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में रेल के पहिये सुचारू रूप से चलते रहें । उक्त बातें बताते हुए ईसीआरकेयू के अध्यक्ष डी. के. पांडेय ने कहा कि मार्च 2020 में कोरोना महामारी के प्रारंभ से ही रेलप्रशासन के दिशानिर्देश पर देश भर में आवश्यक सामग्रियों के आपूर्ति को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए रेल परिवहन से जुड़े सभी विभागों के रेलकर्मियों ने अपनी और अपने परिवार जनों के स्वास्थ्य और जीवन की परवाह किए बिना राष्ट्र हित में अपनी जिम्मेदारियों को पूरे लगन और समर्पण के साथ निभाने का काम किया है । धनबाद मंडल के रेलकर्मियों ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में माल ढुलाई और राजस्व अर्जन में पिछले वित्तीय वर्ष के आंकड़ों को भी पीछे छोड़ दिया है। चिकितपूर्व में भी आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने भी रेलवे बोर्ड से अनुरोध किया है कि फ्रंटलाइन कर्मियों का टीकाकरण किया जाए । लेकिन अभी तक न तो स्वास्थ्य मंत्रालय और न ही रेलवे ने ये निर्देश जारी किए हैं । ईसीआरकेयू के सभी शाखाओं के पदाधिकारियों ने अनुरोध किया है कि रेलप्रशासन द्वारा राज्य सरकारों, जो वैक्सीन और टीकाकरण केंद्रों की संरक्षक हैं, को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वे रेलवे अस्पताल में वैक्सीन की प्रदान करें ताकि फ्रंटलाइन स्टाफ , लोको पायलट, गार्ड, टिकट चेकिंग स्टाफ, वाणिज्यिक कर्मचारी, एसी कर्मचारी, विद्युत कर्मचारी, सिग्नल और दूरसंचार कर्मचारी, स्टेशन मास्टर्स, पॉइंटमैन, ट्रैकमैन, लोको शेड स्टाफ, डीजल शेड और अन्य खुली लाइन के कर्मचारी को राहत मिले। मांग करने वालों में टी. के. साहू, ए. के. दा, एन. के. खवास, सोमेन दत्ता, आर. के. सिंह, ए. के. दास, एस मंजेश्वर राव, विश्वजीत मुखर्जी, परमेश्वर कुमार, तपन बिस्वास, चमारी राम, नेताजी सुभास, बी. के. दुबे, प्रोसंतो बनर्जी, और पिंटू नंदन शामिल है।