लावण्या को न्याय दिलाने की मांग की थी अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री
श्याम किशोर
गया : मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा अभाविप कार्यालय से टावर चौक तक आक्रोश मार्च निकाला गया। आक्रोश मार्च शहर के टावर चौक स्थित पहुंचकर तमिलनाडु सरकार का पुतला दहन भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों द्वारा किया गया ।
तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सेक्रेड हाई स्कूल में मतांतरण के दबाव के कारण आत्महत्या को मजबूर होने वाली छात्रा, लावण्या को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्टालिन के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभाविप के कार्यकर्ताओं से पुलिस ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार करते हुए अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी,राष्ट्रीय मंत्री मुथु रामलिंगम,दक्षिण तमिलनाडु प्रांत मंत्री सुशीला सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया हैं।
मगध विश्वविद्यालय संयोजक सूरज सिंह ने कहा कि लावण्या आत्महत्या मामले में राज्य सरकार की संवेदनशीलता इस बात से प्रदर्शित होती है कि सरकार मद्रास उच्च न्यायालय के सीबीआई जांच के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अर्जी लगाने पहुंच गई थी। परंतु सर्वोच्च न्यायालय ने याचिका को खारिज करते हुए और उच्च न्यायालय के फैसले को मान्य रखते हुए, मामला सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। जिससे लावण्या को न्याय मिले यह मांग हेतु संघर्षरत युवाओं को अब न्याय की आशा जगी है। सरकार माननीय उच्च न्यायालय के आदेश को भी अभेलना करने से नही चुक रही है।हम लावण्या को न्याय मिलने तक लडते रहेगे।
इस आक्रोश मार्च में मगध विश्वविद्यालय संयोजक सूरज सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मंतोष सुमन, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण कुमार, नगर मंत्री सत्यम कुशवाहा,वी.वी.मीडिया प्रभारी अनिरुध्द सेन, अनुग्रह कॉलेज मंत्री आदित्य आकाश विकास कुमार,मानपुर नगर मंत्री सुचित कुमार,अजित कुमार,रोहन,सचिन कुमार,राजीव जी,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राहुल कुमार,सुबोध पाठक,आयुष कुमार,आशिष पाठक,आशिष झा आदि मौजूद थे।