बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोविड-19 महामारी लगातार विशिष्ट जनों को भी मौत की नींद सुला रहा है। एक और निवर्तमान विधायक की मौत हो गई है। उत्तर 24 परगना जिले के बारुइपुर से विधायक निर्मल चंद्र मंडल की जान शुक्रवार को चली गई।
वह कोरोना संक्रमित थे। आरोप है कि कोरोना की रिपोर्ट नहीं आने के कारण कोविड संक्रमण के लिए निर्धारित अस्पताल में उनका एडमिशन नहीं हो पाया था और न ही प्रशासन की ओर से ही कोई मदद की गई थी।
निवर्तमान विधायक निर्मल चंद्र मंडल को हालांकि टीएमसी ने इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया था, लेकिन इलाके में उनकी ईमानदारी नेता की छवि थी और वह प्रत्येक दिन बरुईपुर से ट्रेन से कोलकाता आते थे और जब विधानसभा की कार्यवाही चलती थी, तो वह विधानसभा के बस से सफर करते थे।
एक दिन पहले निवर्तमान विधायक गौरी शंकर दत्ता की हुई थी। इसके पहले विधानसभा चुनाव के पहले टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए निर्वतमान विधायक गौरी शंकर दत्ता का कोलकाता के एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई थी। बीते 25 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले की खड़दह विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार काजल सिन्हा का कोलकाता के एक अस्पताल में कोविड-19 के कारण निधन हो गया।
17 अप्रैल को पांचवें चरण के चुनाव के दौरान बीरभूम जिले के मुरारई सीट से टीएमसी के निर्वतमान विधायक अब्दुर रहमान की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी। अब्दुर रहमान से पहले रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) की ओर से मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुरा सीट से चुनाव मैदान में उतरे प्रदीप कुमार नंदी की मौत भी बीते 16 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की वजह से हो गई थी। उनसे पहले 15 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जिले की शमशेरगंज सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रेजाउल हक की भी संक्रमण से मौत हो चुकी है।