संजय श्रीवास्तव
आरा। आईपीएफ के संस्थापक महासचिव और भाकपा-माले के दिग्गज नेता कॉमरेड राजाराम नही रहें!कल रात अचानक थोड़ी बीमारी के बाद पीएमसीएच में उनका निधन हो गया।कॉमरेड राजाराम को आपातकाल के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था।
अपनी रिहाई के बाद वह भाकपा-माले में शामिल हो गए और इंडियन पीपुल्स फ्रंट की स्थापना और पूरे देश में क्रांतिकारी लोकतंत्र का संदेश फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई!इसके बाद भाकपा-माले की केंद्रीय कमेटी सदस्य व फिर केंद्रीय कंट्रोल कमिशन के चेयरमैन बनाये गयेउन्होंने छत्तीसगढ़,झारखंड और बिहार में पार्टी का नेतृत्व किया।
उनके निधन से पार्टी ने इस महत्वपूर्ण मोड़ पर एक अनुभवी और प्रतिबद्ध सेनानी खो दिया है। का•राजाराम की विरासत जीवित रहेगी और संघर्ष के हर क्षेत्र में कम्युनिस्टों और अन्य फासीवाद-विरोधी सेनानियों को प्रेरित करती रहेगी।कामरेड राजाराम को लाल सलाम
आज उनके निधन पर भाकपा-माले जिला कार्यालय में शोक सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई।शोक सभा का संचालन भाकपा-माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम ने किया!श्रद्धांजलि देने वालों में पार्टी के वरिष्ठ नेता व पोलित ब्यूरो सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य,केंद्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव,पार्टी के वरिष्ठ नेत्री मीरा देवी, राज्य स्थाई समिति सदस्य व तरारी विधायक सुदामा प्रसाद,राज्य कमेटी सदस्य व पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह,सुधीर कुमार सिंह,क्यामुद्दीन अंसारी,शिवप्रकाश रंजन,जिला स्थाई समिति सदस्य जितेंद्र सिंह,चंदन कुमार,रामकिशोर राय,शोभा मंडल,संगीता सिंह,पप्पू कुमार राम,निरंजन केशरी,बालमुकुंद चौधरी,अमित कुमार बंटी,कमलेश यादव,अजय गांधी,दुदुल सिंह,सुशील पाल,विकास कुमार राम,सुशील यादव, राजेंद्र यादव,हरिनाथ राम,संतविलास राम,बब्लू गुप्ता,कलावती देवी,धनंजय सिंह,रणधीर कुमार राणा,छोटेलाल सिंह,अरुण सिंह,रमेश यादव,अजय सिंह,योगेन्द्र यादव,देवानंद राम शामिल थे।