असली तस्वीर के साथ नकली नाम से आधारकार्ड बनाने वाली ये दोनों महिलाएं भू माफियाओं के रैकेट की अहम सदस्य

दिल्ली में रह रही महिला की आरा के निकट पकड़ियाबर मौजा की जमीन को फर्जी आधारकार्ड बना बेचने वालो के विरुद्ध कार्रवाई नहीं

शाहाबाद ब्यूरो
आरा।भोजपुर जिले में इन दिनों एक बड़ा भू माफिया गिरोह सक्रिय हो उठा है।भू माफियाओं के गिरोह में कुछ जालसाज किस्म की महिलाएं और लड़कियां भी शामिल हैं।यह गिरोह किसी जमीन के मालिक का फर्जी आधार कार्ड बना कर उसके नाम से किसी को उसका जमीन बिक्री करा रहा तो वही जमीन के मालिक के परिवार के सदस्यों का फर्जी आधार कार्ड बनाकर जमीन की रजिस्ट्री कराते समय पहचान भी करा रहा है।
भू माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे सरेआम स्थानीय थाना की पुलिस,रजिस्ट्री विभाग और चकबंदी के अधिकारियों को मैनेज करके रखने का दावा भी करते हैं और चुनौती भी देते हैं कि उनके जालसाजपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ पुलिस और प्रशासन उनका कुछ नही बिगाड़ सकती।
भोजपुर जिले के शहरी क्षेत्र आरा से सटे और उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गांव अख्तियारपुर,बड़कागांव की निवासी और फिलहाल दिल्ली के शास्त्रीनगर थाना के सराय रोहिल्ला में रह रही मधु वर्मा की उनके गांव के बगल में पकड़ियाबर मौजा की 12 कट्ठा जमीन को जालसाजी से खरीद बिक्री करने वाले भू माफियाओं के गिरोह ने रजिस्ट्री कर दी।बीते 13 सितम्बर 2021 को आरा के रजिस्ट्री विभाग में रजिस्ट्री कराने के लिए अख्तियारपुर बड़कागांव निवासी और फिलहाल दिल्ली में रह रही मधु वर्मा की जगह किसी जालसाज महिला को खड़ा किया गया और उसके फोटो के साथ बनाये गए मधु वर्मा के फर्जी आधारकार्ड लगाए गए।उनकी पुत्री के नाम से भी एक जालसाज लड़की का फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड बनाया गया और उस आधार कार्ड के साथ उस लड़की को रजिस्ट्री विभाग में खड़ा कर पहचानकर्ता के रूप में हस्ताक्षर कराया गया है।
जमीन की खरीद करने वाले भू माफिया भी इस गिरोह में शामिल हैं और फर्जी महिला और फर्जी पहचानकर्ता से मधु वर्मा की जमीन को रजिस्ट्री करा लिया।
मधु वर्मा के जमीन की रजिस्ट्री के दिन बीते 13 सितम्बर 2021 के रजिस्ट्री कार्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जाय तो कई लोग जेल के शिकंजे में होंगे और भोजपुर जिले में फर्जी तरीके से जमीन की खरीद बिक्री कर रहे भू माफियाओं के पूरे रैकेट पर से पर्दा उठ सकता है।
भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के अख्तियारपुर बड़कागांव निवासी और फिलहाल दिल्ली में रह रही मधु वर्मा को जैसे ही सूचना मिली कि उनके पकड़ियाबर मौजा की 12 कट्ठा जमीन भू माफियाओं ने मिलकर खरीद बिक्री कर लिया और उनकी जगह किसी महिला ने अपने फोटो के साथ फर्जी मधु वर्मा के नाम से आधारकार्ड बना कर उनकी जमीन रजिस्ट्री करा ली है, अपना फोटो लगाकर किसी लड़की ने उनकी बेटी का फर्जी आधारकार्ड बनाकर पहचानकर्ता के रूप में रजिस्ट्री कार्यालय में अपना हस्ताक्षर बनाते हुए फर्जी पहचान भी कर दिया है तब वह फौरन दिल्ली से अपने गांव अख्तियारपुर पहुंची और स्थानीय नवादा थाना में आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की।नवादा थाना के थानाध्यक्ष ने मधु वर्मा के आवेदन पर एफआईआर नही किया और थक हारकर उन्होंने भोजपुर के एसपी विनय तिवारी से न्याय की गुहार लगाई।एसपी के आदेश पर नवादा थाना में बीते 23 सितम्बर को एफआईआर दर्ज कर लिया गया है बावजूद इसके नवादा थाना की पुलिस ने अब तक भू माफियाओं के गिरोह के एक भी आरोपी को गिरफ्तार नही किया है।
मधु वर्मा की 12 कट्ठा जमीन को चार अलग अलग दस्तावेजों से पांच भू माफियाओं ने उनके फर्जी आधारकार्ड और हस्ताक्षर से रजिस्ट्री करा ली।
मधु वर्मा और उनकी बेटी के नाम से क्रमशः जमीन की रजिस्ट्री और रजिस्ट्री के दौरान पहचान करने वाली दोनों महिलाओं ने अपने वास्तविक फोटो के साथ उनके नाम के जाली आधारकार्ड के माध्यम से जमीन को रजिस्ट्री किया है।
मधु वर्मा की भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के अख्तियारपुर के पकड़ियाबर मौजा स्थित खाता नम्बर 389,खेसरा नम्बर 1599,कुल रकबा 12 कट्ठा जमीन को बीते 13 सितम्बर 2021 को उदवंतनगर थाना क्षेत्र के चौकीपुर गांव निवासी शोभनाथ चौधरी का पुत्र राजेश चौधरी, इसी थाना क्षेत्र के चौरसिनी गांव निवासी शंकर सिंह का पुत्र दिनेश्वर सिंह,आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धमार गांव निवासी स्व.शिवजी यादव का पुत्र द्वारिका यादव और शाहपुर थाना क्षेत्र के भेड़िया गांव निवासी दया शंकर यादव का पुत्र श्रीकांत यादव ने कूट रचित तरीके से सुनियोजित षडयंत्र के तहत मधु वर्मा के नाम से फर्जी महिला को रजिस्ट्री कार्यालय में खड़ा करके उनकी जमीन रजिस्ट्री करा ली।आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अमरपुर मरवटिया गांव निवासी स्व.कौशल कुमार सिंह के पुत्र शशि कुमार सिंह ने षड्यंत्रपूर्वक रजिस्ट्री कार्यालय में गवाह बन कर जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराने में अपनी भूमिका निभाई है।
अब जबकि मधु वर्मा ने एसपी के आदेश के बाद आरा के नवादा थाना में एफआईआर संख्या- 936/21 दर्ज कराया दिया है और सभी पांच आरोपियों पर आईपीसी की धारा 420,419,467,468,471,472 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया गया है तब नवादा थाना और भोजपुर पुलिस को देर किए बिना एफआईआर के आरोपियों को तुरन्त गिरफ्तार करना चाहिए।
आरोपियों की गिरफ्तारी से ही जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करने और कराने वाले रैकेट का खुलासा हो पायेगा और फर्जी आधारकार्ड बनाने वाले रैकेट को भी पकड़ा जाएगा।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही ऐसे और भी फर्जी रजिस्ट्री करने के मामले का पता चल सकेगा।
अब तक की कार्रवाई में आरा के नवादा थानाध्यक्ष की भूमिका इस केस में संदेहास्पद है और पीड़िता मधु वर्मा की शिकायत दर्ज करने से इनकार करने और फिर एसपी के आदेश के बाद दर्ज हुई एफआईआर के बाद से लेकर अब तक इस मामले में एक भी आरोपी को गिरफ्तार नही करना और इतने बड़े इस केस की कार्रवाई को गंभीरता से नही लेना नवादा थाना के थानाध्यक्ष की कार्यशैली पर एक साथ कई सवाल खड़ा कर रहा है।
भोजपुर के एसपी विनय तिवारी को इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए और भू माफियाओं के रैकेट से जुड़े सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही इस रैकेट से जुड़े एक एक तार को कानून के शिकंजे में कैद करना चाहिए।

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