बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव करीब आते ही नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने राज्य के कद्दावर नेता और ममता बनर्जी का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके शुभेंदु अधिकारी का नाम लेकर उन पर चिटफंड कंपनी सारदा से सीधे रुपये लेने के आरोप लगाए हैं। दक्षिण 24 परगना के कुलतली में रविवार को जनसभा को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सारदा चिटफंड समूह के मालिक सुदीप्त सेन ने चिट्ठी लिखी है और और दावा किया है कि शुभेंदु अधिकारी ने उनसे जबरदस्ती छह करोड़ रुपये लिए है। अभिषेक ने कहा कि उनके पास शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य है। इसी तरह के पुख्ता साक्ष्य अगर शुभेंदु उनके (अभिषेक के) खिलाफ देते हैं तो वह फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हैं।
बनर्जी ने कहा कि सुदीप्त ने लिखा, “मैंने शुभेंदु को 6 करोड़ रुपये दिए हैं” उन्होंने कहा कि जबरन वसूली करने वाला और रिश्वत लेने वाला कौन है? कौन है मीर जाफ़र? मैं सबूत के साथ आरोप लगा रहा हूं, यदि आप भी मेरे खिलाफ सबूत के साथ आरोप सिद्ध करते हैं, तो मैं सार्वजनिक रूप से खुले मंच पर फांसी लगा लूंगा. मुझे पर ईडी और सीबीआई लगाने की जरूरत नहीं है।
परिवारवाद का आरोप लगाने पर अभिषेक ने कहा, “जो लोग परिवारवाद के बारे में बात कर रहे हैं, उनके अपने परिवार के सदस्य सत्ता का आनंद ले रहे हैं,” मैं पीएम मोदी से आग्रह करता हूं कि वह एक कानून बनाएं कि एक परिवार का केवल एक व्यक्ति की राजनीति करेगा, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।”
उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं को मेरा नाम लेने का साहस नहीं है। मैं कहता हूं दिलीप घोष गुंडा है। अमित शाह बाहरी हैं। कैलाश विजयवर्गीय बाहरी हैं। शुभेंदु अधिकारी घूसघोर है, यदि उनमें दम है, तो मेरे खिलाफ कानून कार्रवाई करके दिखाए। मेरा नाम लेकर आरोप लगाया गया था, मैंने उनको नोटिस भेजा है।