बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के काशीपुर थाना इलाके में भाजपा युवा मोर्चा के नेता अर्जुन चौरसिया की मौत को लेकर हालात काफी तनावपूर्ण हो गए हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार सुबह शव बरामद होने के करीब छह घंटे बाद पुलिस उसे अपने कब्जे में ले सकी है। सुबह से कई बार पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों ने अर्जुन के शव को कब्जे में लेने की कोशिश की लेकिन सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए भाजपा कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर पुलिस को घेर लिए थे और हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर रहे थे। पुलिस ने कई बार उन्हें समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ।
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सीबीआई जांच की मांग पर अड़ा परिवार
– मृतक अर्जुन चौरसिया के घर वालों ने बताया है कि गुरुवार रात से ही वह लापता थे। सुबह के समय फंदे से लटका हुआ शव बरामद हुआ है। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने उसकी हत्या की है। घरवालों ने सीबीआई जांच की मांग की है।
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पहुंचे थे स्थानीय विधायक और दिलीप घोष भी
– इधर घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक अतिन घोष मौके पर पहुंचे थे। हालांकि भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध की वजह से वह घर वालों तक नहीं पहुंच सके। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने घरवालों से बातचीत की है। उत्तर कोलकाता जिला भाजपा अध्यक्ष कल्याण चौबे ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने ही अर्जुन को मौत के घाट उतारा है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। कोलकाता पहुंचने पर हवाई अड्डे पर उनके स्वागत का जो कार्यक्रम था उसे शाह ने रद्द करने का निर्देश दिया है। हवाई अड्डे पर उतरने के बाद वह सीधे अर्जुन चौरसिया के घर पहुंचेंगे।
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तृणमूल ने उठाए सवाल
– इधर भारतीय जनता पार्टी के नेता को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने सभी आरोपों से इनकार किया है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस का इस पूरी घटना से कोई लेना देना नहीं है। जब अमित शाह शहर में आए हैं तभी अर्जुन चौरसिया का फंदे से लटका हुआ शव बरामद हुआ है। इसके अलावा पुलिस को भाजपा कार्यकर्ता शव की जांच भी नहीं करने दे रहे हैं। सब कुछ प्लांटेड है। पहले घटना की जांच होनी चाहिए उसके बाद ही इस बारे में कुछ भी कहना उचित होगा।