बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी छोड़कर तृणमूल में शामिल हुए जय प्रकाश मजूमदार ने बीरभूम नरसंहार को लेकर चौकाने वाला दावा किया है। उन्होंने इशारे इशारे में घटना के पीछे नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी का हाथ होने का दावा करते हुए कहा है कि अधिकारी चाहते थे कि नंदीग्राम जैसी घटना कराई जाए।
जय प्रकाश ने सितंबर और अक्टूबर के बीच भवानीपुर उपचुनाव के दौरान की एक घटना का जिक्र किया। बुधवार पत्रकारों से बात करते हुए जयप्रकाश ने कहा, “भवानीपुर उपचुनाव के दौरान दक्षिण 24 परगना में भाजपा के एक उम्मीदवार की मौत हो गई थी। हमें याद रखना चाहिए कि उनका पार्थिव शरीर कालीघाट लाया गया था। घटना के अगले दिन शुभेंदु ने कहा था कि एक लाश से कुछ नहीं होगा। काम तभी बना सकता है जब एक और नंदीग्राम बने! इसका मतलब है नरसंहार! फिर मैंने शुभेंदु से पूछा था कि नंदीग्राम-कांड में राष्ट्रपति शासन जारी नहीं किया गया था।’ फिर उन्होंने कहा था, ‘अरे, उस समय यूपीए की सरकार थी। अब हमारी सरकार केंद्र में है। और हमारे राज्यपाल हैं।’
इसके बाद मजूमदार ने कहा, “मुझे लगता है, बीरभूम घटना की योजना बनाई गई थी ताकि पूरे भारत में ध्यान खींचा जा सके। क्या यह शांतिपूर्ण पश्चिम बंगाल को अशांत पश्चिम बंगाल बनाने का प्रयास नहीं है?”
जयप्रकाश की टिप्पणी के जवाब में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा, ‘जयप्रकाश मजूमदार को मानसिक परेशानी है। मैं उनकी बातों का जवाब नहीं दूंगा।