बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान यास लगातार शक्तिशाली होता जा रहा है। बंगाल की तरफ तेजी से बढ़ रहे साइक्लोन ‘यास’ से निपटने को राज्य सरकार युद्धस्तर पर तैयारियां कर रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि चक्रवात से बंगाल के 20 जिलों के बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है। उन जिलों में 4,000 राहत शिविर खोले गए हैं। 10 लाख लोगों को जोखिम वाले स्थानों से हटाकर सुरक्षित जगहों पर लाया जा रहा है। 51 आपदा प्रबंधन टीमों का गठन किया गया है। इसके साथ ही तूफान के गुजरने के बाद तेजी से बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए 1,000 पावर रेस्टोरेशन टीमें भी गठित की गई हैं। राज्य सचिवालय नवान में कंट्रोल रूम खोला गया है, जहां से मंगलवार से लगातार 48 घंटे हालात पर निगरानी रखी जाएगी।
इस बीच दक्षिण 24 परगना जिले के सागरद्वीप और सुंदरवन इलाकों में तटबंधों की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व नौसेना की टीमें वहां मुस्तैद हैं। तटवर्ती इलाकों में जिला प्रशासन की ओर से दिनभर लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सख्त हिदायत दी गई है। रेलवे स्टेशनों व कार शेडों में ट्रेनों को चेन से बांध दिया गया है। पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे ने 25 से 27 मई तक विभिन्न ट्रेनों को रद कर दिया है।
कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों को भी चेन से बांधकर रखा गया है। खिदिरपुर पोर्ट में भी ऐसा ही नजारा है। वहां बड़े जहाजों को चेन से बांधा गया है। कोलकाता ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि किसी भी कार को जर्जर घरों, पेड़ों या विज्ञापन होर्डिंग्स के नीचे पार्क करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हरेक ट्रैफिक गार्ड और पुलिस स्टेशन में जेनरेटर और ड्रैगन लाइट की व्यवस्था की जाएगी। इस बीच कोलकाता व आसपास के जिलों में सोमवार से ही काले बादलों ने डेरा डालना शुरू कर दिया है।
बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न साइक्लोन ‘यास’ क्रमशः शक्तिशाली होता जा रहा है और पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है। कोलकाता स्थित अलीपुर मौसम कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 12 घंटे में इसके अति शक्तिशाली साइक्लोन में तब्दील होने की आशंका है। 26 मई की सुबह तक यास बंगाल और उत्तरी ओड़िशा के तटवर्ती इलाकों में आ धमकेगा और दोपहर को ओड़िशा के पारादीप और बंगाल के सागर द्वीप के बीच से बालासोर के पास से गुजरेगा।