बंगाल ब्यूरो
कोलकाता,। पश्चिम बंगाल के विश्व प्रसिद्ध रामकृष्ण मठ के सह अध्यक्ष स्वामी शिवमयानंद जी महाराज का निधन शुक्रवार रात हो गया है। वह 86 वर्ष के थे। पिछले कई दिनों से कोविड-19 से संक्रमित थे और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्हें निमोनिया हुआ था जिसके बाद सीने का सिटी स्कैन करने पर कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई। प्रबंधन की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि वह हाइपरटेंशन, किडनी और कई अन्य समस्याओं से पीड़ित थे। इसके अलावा रामकृष्ण मिशन के कई शाखाओं के प्रभारी थे जिसमें शिमला स्ट्रीट के स्वामी विवेकानंद के पैतृक आवास और काशीपुर उदयनबाटी तथा कांकुड़गाछी मठ का प्रभार उन्हीं का था।
इनके निधन पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने ट्वीट कर लिखा है कि रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान कोलकाता के अध्यक्ष स्वामी शिवमयानंद जी महाराज के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। उन्होंने रात 9:05 बजे आखिरी सांस ली है। वह कोरोना निमोनिया पीड़ित थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा कि रामकृष्ण मठ के सह अध्यक्ष स्वामी शिवमयानंद जी महाराज का निधन काफी दुखद है। उनके जाने से आध्यात्मिक जगत को काफी नुकसान पहुंचा है।
स्वामी शिवमयानंद जी के निधन पर प्रधानमंत्री ने जताया दुख
कोलकाता, 12 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के विश्वविख्यात रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामी शिवमयानंद जी महाराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। शनिवार दोपहर के समय उन्होंने ट्विटर के जरिए कहा है कि संस्कृति और आध्यात्मिकता की दुनिया में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने लिखा है, “रामकृष्ण मठ के स्वामी शिवमयानंदजी महाराज सामाजिक सशक्तिकरण पर केंद्रित सामुदायिक सेवा पहल की एक विस्तृत श्रृंखला में सक्रिय रूप से शामिल थे। संस्कृति और आध्यात्मिकता की दुनिया में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से दुखी हूं। ॐ शांति।”
उल्लेखनीय है कि स्वामी जी ने शुक्रवार रात 9:05 बजे आखिरी सांस ली है। उनके निधन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी दुख व्यक्त किया है।