बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। चक्रवाती तूफान जवाद पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में जानमाल को तो नुकसान नहीं कर पाया है लेकिन उसकी वजह से हुई भारी बारिश के कारण बंगाल के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। दक्षिण 24 परगना के तटीय बांध टूटने की कगार पर हैं। सोमवार सुबह स्थानीय लोगों ने देखा है कि बांध में दरार पड़ गई है जिसके बाद इसके टूटने की आशंका गहरा गई है। अगर ऐसा हुआ तो पूरे क्षेत्र में बाढ़ आ जाएगी। प्रशासन को इस बारे में सूचना दी गई है लेकिन सोमवार सुबह से भी लगातार हो रही भारी बारिश मरम्मत की राह में रोड़ा बन कर खड़ी है।
लगातार बारिश से उत्तरी कोलकाता में कई जगहों पर जल जमा हुआ है। कॉलेज स्ट्रीट स्थित ठंठनिया में पानी जमा होने से स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। इसके साथ ही कोलकाता के अलग-अलग हिस्सों में पानी जमा हो गया है। कोलकाता नगर निगम के पोर्टेबल पंप के जरिए पानी को जल्द से जल्द निकालने की कोशिश की जा रही है। लालबाजार ट्रैफिक कंट्रोल के मुताबिक उत्तर और मध्य कोलकाता में कई जगह पानी भर गया है। यात्रियों को परेशानी हो रही है। कोलकाता के अलीपुर में 57.7 मिमी और दमदम में 85 मिमी बारिश हुई है।
जिले में लगातार हो रही बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कल से मौसम में सुधार होने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। राज्य सचिवालय नवान्न ने आपदा से निपटने के लिए सिंचाई, बिजली एवं आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मचारियों की अगले मंगलवार तक की छुट्टी रद्द कर दी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी कंट्रोल रूम से पूरे राज्य पर नजर रखे हुए हैं। तटवर्ती जिले पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना जिलों पर विशेष नजरदारी रखी जा रही है।