बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगा चुकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी की जीत हो बंगाल की जनता को समर्पित कर दिया है। शाम 6:00 बजे के बाद मीडिया से मुखातिब ममता ने कहा कि यह जीत बंगाल के लोगों की जीत है। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा कर दी। अपने संघर्षों और आंदोलनों की वजह से अग्नि कन्या के रूप में जानी जाने वाली दीदी ने कहा कि केंद्र से मैं अपील करती हूं कि देशभर के लोगों के लिए मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध कराएं। बंगाल के लोगों के लिए भी ऐसा ही होना चाहिए। अगर नहीं हुआ तो मैं इसके खिलाफ गांधी मूर्ति के पास धरना दूंगी। हालांकि राजनीतिक सौजन्यता दिखाते हुए ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र के उन नेताओं को भी धन्यवाद दिया जो उनके खिलाफ बंगाल में प्रचार करने आए थे।
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छोटा होगा शपथ ग्रहण समारोहब्यूरो
– इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि मुख्यमंत्री के तौर पर उनका शपथ ग्रहण समारोह काफी छोटा होगा।
ममता बनर्जी ने कहा कि कोरोना के बाद जीत का जश्न मनाया जाएगा। अभी उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो किसी तरह का कोई जश्न ना मनाएं। ममता ने कहा कि जब कोविड-19 से हालात सामान्य हो जाएंगे तब कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में जीत का जश्न मनाएंगे। उन्होंने कहा कि वो पश्चिम बंगाल की जनता को मुफ्त में वैक्सीन लगवाएंगी।
बनर्जी ने रविवार को चुनावी नतीजों को लेकर प्रेसवार्ता में कहा कि जनता ने टीएमसी पर भरोसा जताया है। ममता बनर्जी ने कहा कि कोरोना काल में वोट देने के लिए सभी का धन्यवाद। उन्होंने कहा कि आज जश्न नहीं मनाएंगे, बाद में समय तय करके जश्न मनाया जाएगा। बंगाल में फ्री वैक्सीन देंगे। उन्होंने कहा कि देश के सभी लोगों के लिए मुफ्त वैक्सीन की केंद्र सरकार से मांग करेंगे, इसमें करीब 30 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। यदि केंद्र सरकार ने यह मांग नहीं मानी तो आंदोलन किया जाएगा।
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कोविड-19 से मुकाबला पहली प्राथमिकता
– ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि हमें कोरोना से लड़ना है।
बनर्जी ने कहा कि इस शानदार जीत के लिए हम लोगों के आभारी हैं। हमें तुरंत कोविड-19 के लिए काम करना शुरू करना होगा। मौजूदा स्थिति में शपथ ग्रहण समारोह एक कम महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा। हम इसे छोटा ही रखेंगे। बीजेपी चुनाव हार गई है। उन्होंने गंदी राजनीति की। हमें चुनाव आयोग के डर का सामना करना पड़ा।ममता ने कहा कि नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करो, मैं नंदीग्राम के लिए संघर्ष करती रहूंगी, क्योंकि मैंने एक आंदोलन लड़ा है। ठीक है। नंदीग्राम वालों को जो भी फैसला देना है, मैं उसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। हमने 200 से अधिक सीटें जीतीं और भाजपा चुनाव हार गई।
केंद्र पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वे आकर कहते थे कि डबल इंजन की सरकार बनाएंगे और हम कहते थे कि हम डबल सेंचुरी करेंगे और वही हुआ।