बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल के आईजी अश्विनी कुमार सिंह का तबादला कर दिया गया है। शनिवार से वह अपना प्रभार छोड़ रहे हैं। बीएसएफ से बताया गया है कि सीमा प्रहरी देश की सीमा पर सीना तान के खड़े हैं, ताकि देश का हर नागरिक अमन चैन की नींद सो सके। बीएसएफ का ज्यादातर सीमावर्ती इलाका कठिनाइयों से भरा है, लेकिन उसमें बांग्लादेश से लगता 913 किलोमीटर लंबा दक्षिण बंगाल फ्रंटियर का सीमावर्ती इलाका ड्यूटी के लिहाज से अति दुर्गम माना जाता है।
भौगोलिक जटिलताओं के साथ तस्करी व घुसपैठ के लिए यह बॉर्डर इलाका दर्शकों से कुख्यात रहा है। ऐसे में इस बॉर्डर को कमांड करना अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। परंतु, तमाम चुनौतियों को स्वीकार करते हुए महानिरीक्षक (आइजी) अश्विनी कुमार सिंह ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय, कोलकाता के लगभग एक साल के अपने कार्यकाल में उत्कृष्टता का परचम लहराते हुए बॉर्डर मैनेजमेंट के स्तर को उच्च मानक पर ले जाकर एक मिसाल पेश की है।
इस चुनौतीपूर्ण कमान को संभालते हुए सर्वश्रेष्ठ बॉर्डर सुरक्षा प्रबंधन के साथ खासकर इस सीमा से मवेशियों व अन्य सामानों की तस्करी पर पूरी तरह नकेल कसकर अमिट छाप छोड़ने और इस फ्रंटियर के इतिहास में स्वर्णिम योगदान देने वाले आइजी सिंह का अब दिल्ली में स्थानांतरण हो गया है। अब वह बीएसएफ मुख्यालय, दिल्ली में महानिरीक्षक (आइटीसी) के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगे।
बीएसएफ के 1984 बैच के वरिष्ठ अधिकारी सिंह चार महीने बाद नवंबर, 2021 में सेवानिवृत्त भी होने वाले हैं। उनके स्थान पर हिमाचल प्रदेश कैडर के आइपीएस अधिकारी अनुराग गर्ग को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर का महानिरीक्षक बनाया गया है जो 24 जुलाई, शनिवार को पदभार संभालेंगे। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि सिंह ने इस सीमांत मुख्यालय की कमान 29 जून, 2020 को संभाली थी। इस चुनौतीपूर्ण कमान को संभालते हुए इन्होंने अतुल्य योगदान दिया है।