डॉ. सुरेन्द्र सागर
आरा : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने आरा में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के सार्वभौमिक विकास के लिए बने जनोन्मुखी एनडीए गठबंधन को तोड़कर नीतीश कुमार ने बिहार के बारह करोड़ लोगों को एक बार फिर धोखा दिया है।
यह धोखा बिहार को 2005 के पूर्व वाले उसी अनिश्चितता के दौर में ले आया है जहां हर तरफ अराजकता का आलम है और जनता में इस शासन के खिलाफ जबरदस्त रोष है।उन्होंने कहा कि हमे इस बात का कष्ट है कि सुशासन के संकल्पों पर आधारित हमारे मॉडल को नीतीश कुमार की राजनैतिक महत्वाकांक्षा और झूठे अहंकार का बलि बनना पड़ा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2010,2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में आये जनादेश नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गए।लगातार तीन बार अपने गठबंधन के साथियों को धोखा देने का अद्भुत रिकॉर्ड नीतीश कुमार ने अपने नाम किया है।
बिहार की जनता ने 2010 में राजद को मात्र 22 सीटों पर सिमटा दिया था किंतु नीतीश कुमार ने 2015 में महागठबंधन बनाकर राजद को पुनर्जीवित कर दिया।
उन्होंने कहा कि एनडीए की साख बनाने में भाजपा नेतृत्व की भूमिका बेहद विस्तृत और प्रभावशाली रही है।अटल बिहारी वाजपेयी,लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी अरुण जेटली,प्रमोद महाजन से लेकर आज नरेंद्र मोदी का नेतृत्व बिहार में निर्णायक रहा है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की पहचान तब बनी जब वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री बने।अटल जी की सरकार में देश ने कई कीर्तिमान स्थापित किये और बिना किसी भेद भाव के गठबंधन के सभी दलों को सम्मान मिला।अटल जी की सरकार में सभी क्षेत्रीय दलों को सम्मान और उचित प्रतिनिधित्व मिला और इसमें सबसे बड़ा लाभार्थी नीतीश कुमार हैं।
राधा मोहन सिंह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में नीतीश कुमार को खुलकर काम करने की आजादी मिली और तब उनकी साख स्थापित हुई अन्यथा लालू यादव के पीछे पीछे घूमने वाले एक नेता से अधिक की उनकी साख नही थी।भाजपा ने ही नीतीश कुमार को जन नेता बनाया और आज वे भाजपा को ही धोखेबाज कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को अमन,चैन और विकास पसंद है और विगत आठ लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में आये परिणाम ने इसे साबित भी किया है।
उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस बार आपके राजनैतिक कालाबाजारी ने बिहार को पुनः अराजकता,परिवारवाद और अंधेरे में धकेल दिया है जहां बिहार का विकास बेटरी हुआ है और एक और पीढ़ी को राजद के हाथों बर्बाद होना तय कर दिया है।
पीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एक ऐसे भविष्य की तलाश में हैं जो उन्हें इस जन्म में नही मिलेगा।उनकी कुंडली मे उसका योग नही है।उन्होंने सवाल किया कि राजद के साथ जाने के बाद सुशासन की तथाकथित विचारधारा अब भी प्रासंगिक रह जायेगी।
राधा मोहन सिंह ने कहा कि भाजपा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपने मौलिक विचारधारा के साथ आगे भी प्रवाहमान रहेगी।2004 का लोकसभा चुनाव इस बात का प्रमाण है कि भाजपा का संकल्प कभी व्यर्थ नही जाता।भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और पार्टी अपने नेतृत्व और विचारधारा के बल पर पुनः जनता का आशीर्वाद पाकर 2024 और 2025 में देश मे और प्रदेश में सरकार बनाएगी।
उन्होंने नीतीश कुमार को याद दिलाया कि उम्र के इस पड़ाव में उनका भविष्य क्या होगा, इसका वे स्वयं आकलन कर लें।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,पूर्व केंद्रीय मंत्री और यूपी के प्रभारी के संवाददाता सम्मेलन की अध्यक्षता भाजपा के जिलाध्यक्ष डॉ. प्रेम रंजन चतुर्वेदी ने की।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर,पूर्व प्रत्याशी कौशल कुमार विद्यार्थी ने भी नीतीश कुमार को विश्वासघाती बताते हुए कहा कि बिहार के जनादेश का अपमान करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता सबक सिखाएगी।
संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष लव पाण्डेय,शंभु चौरसिया,आदित्यविजय प्रताप सिंह,महामंत्री कौशल यादव,मदन स्नेही,श्री भगवान सिंह,मंत्री पवन सिंह,मीडिया प्रमुख संजय सिंह, जिला प्रवक्ता नवीन प्रकाश,कोषाध्यक्ष दीपक सिंह, आईटी संयोजक कुमार गौतम,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजय सिंह,सीडी शर्मा,पूर्व जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुशवाहा सहित कई भाजपा के पदाधिकारी शामिल थे।