संदेश में पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने जैविक धान का किया निरीक्षण
शाहाबाद ब्यूरो
आरा : भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने संदेश प्रखण्ड के धर्मपुर बिछियांव गांव में आद्या ऑर्गेनिक फार्म पर पूर्णतः जैविक कृषि पर आधारित एवं तैयार बासमती धान की फसल का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने संदेश प्रखण्ड के धर्मपुर बिछियांव गांव में जैविक खेती के तहत तैयार बासमती धान की उपज को देखा।जैविक कृषि के तहत तैयार धान की कटनी यहां शुरू हो चुकी है और इसकी फसल काफी बढ़िया हुई है।
उन्होंने यहां धान की फसल को नजदीक से देखा और बासमती धान से चावल को निकालकर देखा तो पाया कि जैविक धान से निकले चावल के दाने काफी बढ़िया और पुष्ट हैं।
ये धान रसायनयुक्त खेती पर आधारित कृषि से काफी बेहतर हुए हैं और इसकी गुणवत्ता भी काफी अच्छी है।
रासायनिक खाद और कीटनाशक से अलग बिल्कुल जैविक विधि से देशी गाय की गोबर और गौमूत्र पर आधारित खेती से देश मे तेजी से फैलते नए नए असाध्य रोगों को न सिर्फ रोका जा सकता है बल्कि ऐसी असाध्य बीमारियों का समूल खात्मा भी किया जा सकता है।
ऐसी ही देश में बढ़ती बीमारियों को जड़ से खत्म कर स्वस्थ एवं समृद्ध भारत के निर्माण की परिकल्पना के साथ पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने देश मे कई जगहों पर जैविक कृषि की शुरुआत की है जिसमे भोजपुर जिले के कोइलवर स्थित बहियारा और संदेश के धर्मपुर बिछियांव गांव के आद्या ऑर्गेनिक फार्म भी शामिल हैं।
जिले के किसानों को जैविक खेती की तरफ आगे आने के आह्वान के साथ साथ उन्हें ऐसी कृषि के लिए प्रोत्साहित करने को लेकर पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा समय समय पर जिले में निःशुल्क जैविक कृषि कार्यशाला का आयोजन भी करते रहे हैं जिसमे देश के प्रतिष्ठित जैविक कृषि वैज्ञानिक जैविक विधि से खेती के तरीके किसानों को बताते हैं।
देश मे बढ़ती असाध्य बीमारियों और तेजी से बढ़ते अस्पतालों को लेकर चिंतित पूर्व सांसद आरके सिन्हा पुराने कृषि पद्धति और प्राचीन खान पान के तरीकों की तरफ लौटने की लोगो से अपील करते हुए किसानों को भी जैविक कृषि की तरफ लौटने की अपील कर रहे हैं।
उनका स्पष्ट मानना है कि देशी गायों की गोबर और गौमूत्र पर आधारित कृषि से स्वस्थ एवं समृद्ध भारत का निर्माण हो सकता है तो वहीं किसानों की आय में चौगुनी वृद्धि भी हो सकती है।देश विदेशों में भी अब जैविक कृषि से तैयार उत्पादों की मांग बढ़ रही है और ऐसे में किसानों की समृद्धि और विकास की राह भी जैविक कृषि से आसान हो जाएगा।
पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने रसायनयुक्त खेती की परंपरा को खत्म करने और प्राचीन कृषि पद्धति पर आधारित पूर्णतः जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से न सिर्फ कोइलवर के बहियारा और संदेश प्रखण्ड के धर्मपुर बिछियांव गांव में जैविक कृषि की शुरुआत कराई है बल्कि उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून और यूपी के नोएडा और दिल्ली के आसपास भी सैकड़ो एकड़ भूमि पर जैविक कृषि की शुरुआत कराई है।पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने जैविक कृषि से तैयार बासमती धान की उपज का निरीक्षण करने के बाद
कहा कि आने वाली पीढ़ी को रसायनयुक्त और जहरीली खेती से तैयार उत्पादों से से दूर कर जैविक कृषि से तैयार उत्पादों की तरफ लाने का उनका अभियान जारी है।आने वाली पीढ़ी को रोगमुक्त करने के लिए जैविक कृषि को अपनाने का भी उन्होंने किसानों से आह्वान किया।