विजय शंकर
पटना । सेनेटाइजर उत्पादन में आने वाली मुख्य कच्चा माल ‘इथेनॉल’ के उत्पादन में लगी राज्य की इकाइयों को पर्याप्त ‘छोआ’ उपलब्ध कराने हेतु बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री-बिहार सहित मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव – उद्योग विभाग, प्रधान सचिव – स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख कर कोरोना संक्रमण से उत्पन्न गम्भीर संकट के मद्देनजर तुरन्त हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है ।
एसोसिएशन के अध्यक्ष राम लाल खेतान ने कहा कि इथेनॉल, सेनेटाइजर उत्पादन का एक प्रमुख कच्चा माल है। जबकि इथेनॉल के निर्माण में छोआ एक प्रमुख कच्चा माल के रूप में प्रयोग होता है। वर्तमान में राज्य में इथेनॉल निर्माण में 4 इकाइयाँ कार्यरत है, जिसमें से दो इकाइयाँ, मे0 जयश्री सुगर मिल एवं डिस्टीलरी, मझौलिया, पश्चिमी चम्पारण एवं ; मे0 सोनासती ऑर्गेनिक्स प्रा0 लि0, राजा पट्टी, गोपालगंज, कच्चे माल ‘छोआ’ के अभाव में बन्द है। वर्तमान में राज्य के विभिन्न चीनी मिलों में छोआ उपलब्ध है वह राज्य सरकार के नियंत्रण में है ।
श्री खेतान ने आगे कहा कि बढ़ रही सेनेटाइजर की मांग तथा भविष्य की सम्भावित मांग – आपूर्त्ति के बीच असंतुलन होने की सम्भावना के मद्देनजर यह आवश्यक है कि सरकार राज्य में इथेनॉल बनाने वाली इकाइयों को पर्याप्त छोआ उपलब्ध कराये जिससे कि राज्य में इथेनॉल उत्पादन एवं सेनेटाइजर का निर्माण प्रभावित न हो, क्योंकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में मास्क एवं सेनेटाइजर की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। इसी के परिपेक्ष्य में सरकार द्वार भी आमजन से मास्क एवं सेनेटाइजर का उपयोग करने की सलाह बार-बार प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से दी जा रही है। उक्त परिपेक्ष्य में आवश्यक है कि सेनेटाइजर निर्माण निर्बाध गति से जारी रहे।
