शिक्षा पर सर्वाधिक 16.5% खर्च, राजकोषीय घाटे को 3.5 प्रतिशत तक रखने का लक्ष्य
नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना : बिहार के उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को विधानमंडल में आगामी वित्तीय वर्ष का बजट पेश किया। तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश करते हुए कहा कि बिहार का 2022-2023 का बजट 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ का है।
बिहार बजट में इस बार सर्वाधिक 16.5 फीसदी आवंटन शिक्षा क्षेत्र में किया है। सरकार ने जिन प्रमुख क्षेत्रों में सर्वाधिक आवंटन सुनिश्चित किया है, उसमें शीर्ष पांच में कृषि क्षेत्र के लिए 29 हजार करोड़ बजट का आवंटन शामिल है। इसके अलावा शिक्षा के लिए 39 हजार करोड़ का आवंटन, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 16 हजार करोड़ और समाज कल्याण के लिए 12,375 करोड़ के बजट का आवंटन का प्रावधान किया गया है।
बजट पेश करते हुए तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार में इस बार राजकोषीय घाटे को 3.5 प्रतिशत तक रखने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने बताया कि योजनाओं के अनुश्रवण के लिए पोर्टल बनाया जाएगा। हरित कार्यालय की तरफ बढ़ चले हैं, मतलब कार्यालयों में पेपरलेस काम को प्राथमिकता देना भी सरकार का उद्देश्य होगा। साथ ही कॉमन डेटाबेस बेस तैयार करने का निर्णय लिया गया है। वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 45 मिनट में बिहार का बजट भाषण दिया।
बिहार के डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को लगातार दूसरी बार बिहार का बजट पेश किया । तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश करते हुए कहा कि बिहार का 2022-2023 का बजट 2 लाख 37 हजार 691 करोड़ है । तारकिशोर प्रसाद ने कौटिल्य के अर्थशास्त्र के एक संस्कृत श्लोक से बजट भाषण की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कविता- यूं ही नहीं मिलती राही को मंजिल एक जुनून सा दिल में जगाना होता है। पूछा चिड़िया से… कैसे बना आशियाना? बोली-भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार, तिनका-तिनका उठाना होता है। सरकार ने विकास का 6 सूत्रीय मॉडल पेश किया।