तीसरी बार मंत्री बने सम्राट चौधरी को विरासत में मिली राजनीति, सेवा भावना दिला रही लोकप्रियता
मनीष कुमार
तीसरी बार मंत्री पद की शपथ लेने वाले मुंगेर जिले के भाजपा के विधान पार्षद सम्राट चौधरी को विरासत में राजनीति मिली है । राजनीति में आने के बाद उन्होंने लगातार जनता के बीच अपनी लोकप्रियता हासिल की है । विकास कार्यों को लेकर और अपने सहज और सौम्य स्वभाव को लेकर भी पूरा क्षेत्र इन्हें याद करता रहता है । ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी सम्राट चौधरी को अपना प्रिय नेता मानते हैं और यही कारण है कि 1990 में सक्रिय राजनीति में आने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा । वे लगातार राजनीति की ऊंचाइयों पर चढ़ते रहे । इन्होंने अपना बचपन भी राजनीति हलकों के बीच गुजारा क्योंकि इनके पिता शकुनी चौधरी बिहार की राजनीति में एक जाना-माना और हमेश प्रमुख चेहरा रहा है । शकुनी चौधरी हमेशा बिहार की राजनीति में प्रथम पंक्ति में शामिल है । लिहाजा पिता के पद चिन्हों पर चलकर सम्राट चौधरी आगे बढ़ते रहे । अपने क्षेत्र की जनता के बीच इनका लगाव, प्रेम-जुड़ाव, सुख-दुख में साथ रहना इन्हें आगे ले जाने का प्रमुख कारण है और लोगों की शुभकामनाएं भी सदैव इनके साथ बनी रहती है । उनके द्वारा गठित अशोक एस फाउंडेशन एक समाज के बहुसंख्यक वर्ग के बीच इन्हें लोकप्रियता की बुलंदियों को लगातार प्रदान कर रहा है । सम्राट चौधरी ने अपने झेत्र मे जनता के लिए कई अहम भूमिका निभाई और जनता के बीच कदम से कदम मिलाकर चले जिससे जनता के बीच वे हमेशा लोकप्रिय रहते हैं ।
सम्राट चौधरी का पारिवारिक जीवन
सम्राट चौधरी का जन्म 16 नबम्बर 1968 को मुंगेर के लखनपुर गांव में हुआ था, इनकी माता का नाम पार्वती देवी और पिता का नाम शकुनि चौधरी है । इनका पैतृक गांव मुंगेर जिले के तारापुर अनुमंडल के लखनपुर में है,राजनैतिक परिवार से सम्बंध रखने बाले सम्राट के पिता शकुनि चौधरी सात बार विधायक और सांसद रह चुके है,और माता पार्वती देवी तारापुर से विधायक रह चुकी है । विद्यालय जीवन के बाद सम्राट ने मदुरई कामराज विश्विद्यालय से पी,एफ,सी,ई पढ़ाई की है । सम्राट ने 2007 में ममता चौधरी से विवाह किया । इस दम्पति की दो सन्तान है, प्रणय चौधरी और चारु प्रिया ।
सम्राट चौधरी का राजनीतिक जीवन
सम्राट चौधरी ने 1990 में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए थे और 19 मई 1999 को उन्होंने बिहार सरकार में कृषि मंत्री के पद की शपथ ली । 2000 और 2010 पे खगड़िया जिले के परवत्ता विधानसभा से चुनाव लड़े और विधायक निर्वाचित हुए । 2010 में उन्हें बिहार विधानसभा में विपक्षी दल के मुख्य सचेतक बनाया गया तथा 2 जून 2014 को बिहार सरकार में शहरी विकास और आवास विभाग के मंत्री पद की शपथ ली और कार्यभार संभाला था । 2018 में भारतीय जनता पार्टी में उन्हें बिहार प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया । वर्तमान में सम्राट चौधरी भारतीय जनता पार्टी से विधान परिषद के सदस्य है और अशोक एस फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक भी है ।