नगर निकाय चुनाव : नारी शक्ति का रहा जलवा, 70 फीसदी सीटों पर जमाया कब्जा
विश्वपति
पटना। पटना के सर्वाधिक प्रतिष्ठा जनक मेयर की सीट आखिरकार सीता साहू ने जीत ली। उनकी जीत से पटना शहर पर भाजपा के दबदबे की बात पुनः साबित हो गई। यह साबित हो गया कि कम से कम राजधानी पटना में महागठबंधन के मुकाबले भाजपा के उम्मीदवार क्यों जीत जाते हैं । हाल में है भाजपा के उम्मीदवारों ने कुढ़नी और गोपालगंज में अपनी जीत हासिल की है। हालांकि मेयर का चुनाव किसी पार्टी के सिंबल पर नहीं लड़ा गया , फिर भी भाजपा समर्थित नेत्री सीता साहू ने अपनी जीत से पुनः महागठबंधन के समर्थकों को चौंका दिया है। हालांकि चुनाव विश्लेषण में यह बात सामने आ रही हैं कि किस प्रकार 4 उम्मीदवारों के बीच वोटों का बंटवारा होने के कारण उनकी राह आसान हुई। राजद और जदयू के उम्मीदवारों विनीता बिट्टू सिंह , महजबीं, माला सिन्हा, सरिता नोपानी आदि मुख्य प्रत्याशी के बीच महागठबंधन के वोट आसानी से बंट गए । जिससे उनकी जीत का रास्ता साफ हो गया। इसी प्रकार डिप्टी मेयर पर भी रेशमी चंद्रवंशी ने विभिन्न प्रत्याशियों के बीच वोटों का बंटवारा होने के कारण अपनी जीत हासिल कर ली। लेकिन उनके नाम पर शुरू से आम लोगों में सहमति थी । इसलिए उनको अधिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। भाजपा समर्थित सीता साहू के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है, क्योंकि उसके बाद 5 साल तक वो आसानी से बिना किसी अविश्वास मत के काम कर सकेंगी। सबसे अधिक दुखद स्थिति माला सिन्हा की रही। जिन्होंने बहुत तामझाम से जमकर प्रचार किया । लेकिन वह चौथे नंबर भी हासिल नहीं कर पायीं। उनको कायस्थ समाज का भी पूरा वोट नहीं मिला । अन्य समाज का भी वोट नहीं मिला । जबकि मीडिया में उनके पक्ष में काफी कुछ बातें लिखी गई। बहुत शोर शराबा धूम धड़ाका के साथ प्रचार हुआ । लेकिन जनता ने कई प्रचार वाले सूरमाओं को खारिज कर दिया। दर असल, बिहार में नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में युवा और महिलाओं का दबदबा रहा। करीब 65 फीसदी नए चेहरों को नगर निकायों की कमान मिली है। इनमें 70 फीसदी महिलाएं हैं। इस बार के चुनाव की खासियत यह रही कि अधिकतर मेयर/डिप्टी मेयर और मुख्य पार्षद/ उप मुख्य पार्षद के पदों पर नये चेहरों की जीत मिली। मुजफ्फरपुर जिले की तीन निकायों में कुल 73 पदों के लिए चुनाव हुआ। इनमें 60 फीसदी युवा उम्मीदवार चुने गए हैं। 39 महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। जीतकर आये उम्मीदवारों में 45 से अधिक नए हैं। मेयर उपमेयर, मुख्य व उपमुख्य पार्षद सभी नए चेहरे हैं। मुजफ्फरपुर की मेयर बनीं निर्मल साहू भाजपा की जिला उपाध्यक्ष हैं व उपमेयर पद पर हारने वाले शब्बीर अहमद राजद के पूर्व प्रदेश महासचिव हैं। बेतिया में दो निकायों के 64 पदों के लिए चुनाव हुआ। इनमें 35 युवा जीते हैं, जबकि 36 महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। मेयर पुरानी हैं। वहीं, डिप्टी मेयर नयी जीती हैं। मुख्य व उप मुख्य पार्षद नए हैं। मोतिहारी की दो निकायों में 64 पदों के लिए चुनाव हुआ। इनमें 51 नए चेहरे हैं। करीब 25 प्रतिशत युवा चेहरे हैं। 36 महिलाएं जीती हैं। यहां मेयर व डिप्टी मेयर दोनों नए हैं। मुख्य व उपमुख्य पार्षद भी नए हैं। दरभंगा की तीन निकायों में कुल 74 पदों के लिए चुनाव हुए। इनमें 50 फीसदी से अधिक नए और 25 फीसदी युवा चेहरे हैं। यहां मेयर व डिप्टी मेयर दोनों नए हैं।
ये हैं नए चुने गए मेयर- पटना सीता साहू ,भागलपुर डॉ. बसुंधरा लाल, पूर्णिया विभा कुमारी, कटिहार उषा देवी अग्रवाल ,मुंगेर कुमकुम देवी, मुजफ्फरपुर निर्मला साहू, मोतिहारी प्रीति गुप्ता, बेतिया गरिमा देवी सिकारिया, सीतामढ़ी रौनक जहां परवेज, दरभंगा अंजुम आरा, समस्तीपुर अनिता राम, गया वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, छपरा-राखी गुप्ता, बिहारशरीफ-अनिता देवी सासाराम-काजल कुमारी आरा-इंदु देवी बेगूसराय-पिंकी देवी