बक्सर ब्यूरो
बक्सर : अंतरराष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथन धावक अतुल कुमार चौकसे का विश्वामित्र बक्सर की धरती पर पहुंचने ही पर भव्य तरीके से फूल अबीर गुलाल बुके एवं मिठाई खिलाकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य समाजसेवी डॉ मनोज कुमार पांडे जी के नेतृत्व में बक्सर शहर के मुख्य प्रांगण कृष्णा सिनेमा स्वागत किया गया
डॉक्टर पांडे ने इस अवसर पर उपस्थित जन को संबोधित करते हुए बताया कि हम सब बड़े ही सौभाग्यशाली है कि ऐसे युवा होनहार धावक हम लोगों के बीच आज पहुंचे हैं इनकी सफल यात्रा के लिए हम सब बक्सर वासी एवं भगवान भोले शंकर से प्रार्थना करते हैं इनके उज्जवल भविष्य हो विश्वामित्र की धरती पर जिस लोगों ने भी तपस्या करके पहुंचा है वह इतिहास में स्वर्ण अक्षर में स्थान बना लिए हैं डॉक्टर पांडे ने कहा कि पूर्व काल से ही बक्सर ऐतिहासिक धार्मिक पौराणिक के साथ-साथ में शिक्षा स्थली रही है यहां आने वाले धर्म पर संत को विश्व विख्यात ख्याति प्राप्त होती है
उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव डॉ प्रमोद ओझा ने कहा कि गंगा के ढसाथ गोमुख से गंगासागर तक का पैदल यात्रा एक अपनी मिसाल है जिसकी कल्पना हम वीर योद्धा के रूप में कर सकते हैं इनको जितना भी साधुवाद दिया जाए उनके लिए शब्द कम पड़ेंगे
अतुल कुमार जी जो बक्सर में अभी पहुंचे हैं 6 नवंबर गोमुख गंगोत्री ग्लेशियर से अपनी यात्रा का उन्होंने आरंभ किया फिर गंगोत्री वैली गरतंग वैली, हर्षिल वैली, गंगायनी को पार करते हुए उत्तरकाशी तेरी डैम देवप्रयाग ,ऋषिकेश, हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर फर्रुखाबाद कानपुर फतेहपुर प्रयागराज बनारस गाजीपुर क्षहोते हुए आज पैदल बक्सर पहुंचे उन्होंने स्थानीय निवासियो लोगों से चर्चा की और जागरूकता फैलाई ताकि हमारी राष्ट्रीय नदी व हमारी मां गंगा प्रदूषण मुक्त हो सके
उनके साथ डेढ़ सौ किलो का लगेज है जिसे उन्होंने एक ट्रॉली का रूप दिया है जिसमें सोलर पैनल, टेंट ,राशन मेडिकल किट, वाटर टेस्टिंग किट और अन्य सामान जो इंसान को जिंदा रहने मदद करता है
बिहार बक्सर पहुंचने तक उन्होंने पैदल 1880 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है
इसके पहले उन्होंने 35 अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार वा 71 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं
इनकी मूख्य उपलब्धि इस तरह है
2018 में उतर अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान मे 55 डिग्री सेल्सियस के तापमान में दौड़ लगाई थी और भारत तिरंगा लहराया था
2017 में नुबरा बेली सियाचिन मार्ग से खडूंगला टाप को 20000 फीट की उचाई में दौड़ते हुए पार किया है
एवं 2021 जनवरी को गुजरात कच्छ नमक के रेगिस्तान पाकिस्तान एवं इंडिया अंतरराष्ट्रीय सीमा से दौड़ लगाते हुए हू 1551 किलोमीटर थार मरुस्थल को पार किया था
ऐसे ही उनके पास अनेक उपलब्धियां है
फ़िलहाल अभी वह जो कर रहे हैं गंगोत्री ग्लेशियर गंगा उद्गम स्थल से बंगाल की खाड़ी गंगासागर तक की यात्रा लगभग 4000 से भी ज्यादा किलोमीटर की अपने कदमों से पूरी कर रहे हैं
इनकी जहां यात्रा वाह अभियान के दो मूल, गंगा प्रदूषण मुक्त हो एवं स्टॉप सोसाइट, को लेकर गंगा के समीप बसने वाले गांव हुआ शहरों में चौपाल जागरुकता फैला रहे हैं
उक्त अवसर पर स्वागत करने वालों में पूर्व शिक्षक विद्वान सुरेंद्र तिवारी जी विकास कुमार विकास दीपक पांडे मनीष तिवारी गोलू चौबे गोलू पांडे पवन तिवारी अरुण कुमार विनोद पांडे मदन कुमार चुन्नू अध्याय अजय यादव खिलारी यादव महेश तूरहा बब्बन तुरहा दिवाकर सेठ बब्बन सुनार सहित सैकड़ों लोगों ने फूल माला अबीर गुलदस्ते बुक के सहित मिठाई खिलाकर अभिनंदन एवं स्वागत किया