विजय शंकर
पटना । बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग द्वारा आज वर्ष 2021-22 के लिए घोषित टैरिफ में कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में वृद्धि की गई है । वर्तमान में कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरें अधिक है जिसके कारण सभी कॉमर्शियल और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को प्रतिस्पर्धा करने में कठिनाई हो रही है ।
श्री पी0 के0 अग्रवाल ने बताया कि मुजफ्फरपुर, गया और पटना में आयोजित आयोग की जनसुनवाई के दौरान बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज की ओर से एक विस्तृत सुझाव/आपत्तियॉं बिहार विद्युत विनियामक आयोग को समर्पित की गयी थी । आपत्तियों में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि आद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए आपूर्ति की लागत 7.50 पैसे प्रति यूनिट है जबकि उनका औसत टैरिफ 9.50 प्रति यूनिट है । बिहार सरकार द्वारा कॉमर्शियल एवं औद्योगिक उपभोक्ता को छोड़कर सभी उपभोक्ताओं को सबसीडी दी जा रही है । अतः चैम्बर अनुरोध करता है कि क्रॉस सबसिडी को हटाकर कॉमर्शियल एवं औद्योगिक उपभोक्ताओं के बिजली की दरों में प्रति यूनिट 2.00 रूपया कम किया जाए ।
श्री अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में बिहार में उद्योगों का तेज गति से विकास हो इसके लिए सरकार की ओर से जोरदार प्रयास चल रहा है । इसी क्रम में ईथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन नीति की घोषणा की गई है ताकि औद्योगिकरण में तेजी आए जिससे कि अधिकाधिक लोगों को राज्य में रोजगार मिल सके । उन्होंने आगे बताया कि इसके लिए अत्यन्त आवश्यक हैं कि राज्य में विद्युत की दरें अन्य पड़ोसी राज्यों के समकक्ष या कम किया जाए ताकि औद्योगिकरण के प्रयासों को बल मिल सके ।