सुबोध,
किशनगंज 20 नवम्बर ।किशनगंज में उदीप्तमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ सोमवार को प्रातः छठ पूजा हुआ संपन्न ।जिला प्रशासन की प्रशंसनीय सुरक्षा व्यवस्था में जिला अंतर्गत लगातार चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा बिना किसी अप्रिय घटना के शांतपूर्ण तथा सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हो गया है।
इस अवसर पर उदीप्तमान भगवान भास्कर की उपासना एवं श्रद्धालुओं ने दी अर्घ्य। जिले में राम जानकी घाट ,प्रेम पुल, देवघाट खगड़ा, धोबीघाट ,गाड़ीवान मोहल्ला, घोड़ामारा घाट पश्चिम पाली पुलिस लाइन के करीब , बेलूआ स्थित डोक नदी ओदरा घाट इत्यादि प्रमुख स्थानों बड़ी संख्या में विभिन्न छठ घाटों पर यहा छठ पुजा के अंतिम दिन प्रातःकाल उदीप्तमान भगवान भास्कर को अर्घ्य दी गयी।इस अवसर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़।सभी विभिन्न समुदायों के श्रद्धालुओं में प्रचलित आस्था का महापर्व छठ पूजा विषेश महत्त्व रखती है ।वैसे भगवान भास्कर के सभी रूपों की पूजा होती है। उगते हुए को तो सबने पूजा है ,मगर डुबते सूर्य की उपासना अपने -आप एक अनोखा विषय है। जिसमें कारण ही बिहार में लोक आस्था का विषेश महत्व है । बिहार लोग जहां भी गये हैं, चाहे वह देश या विदेश हो लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का प्रसार होता गया है ।अब लोग इस पर्व के महत्व को भी जानने लगे हैं। छठ पूजा की आस्था अंधविश्वास नहीं,मात्र एक विश्वास है । क्योंकि छठ पूजा प्रत्यक्ष देवता सूर्य की पूजा है। जिसमें उगते एवं डुबते भगवान भास्कर की उपासना होती है।
उल्लेखनीय है कि लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा लगातार चार दिनों में संपन्न होती है। इस वर्ष 2023 में 17 नवम्बर से लेकर 20 नवम्बर तक प्रात:काल संपन्न हुआ है जिसमें बीते 17 नवम्बर रोज शुक्रवार से शुरू नहाय-खाय, 18 को खरना,19को संध्या में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर की उपासना एवं 20 नवम्बर को प्रात उगते हुए भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।