कोरोना संक्रमण के कारण गंगा घाटों स्नान करने वाले इक्के-दुक्के व मंदिरों में भी रहा सन्नाटा
विजय शंकर
पटना । कोरोना संक्रमण के बीच बुधवार को बुद्ध पूर्णिमा की पूजा पर जहाँ मंदिरों में लोग कम आये वहीँ राजधानी पटना के घाटों पर भी विरानगी नजर आई और इक्के-दुक्के लोग गंगा स्नानं के लिए घाटो पर नजर आये।
इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर खुद पूजा अर्चना की और प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी । भगवान बुद्ध का जीवन हमें प्रेम,सद्भाव,त्याग एवं अहिंसा का पाठ पढ़ाता है।सभी लोग घर में ही पूजा अर्चना करें। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु निर्धारित प्रोटोकाॅल का पालन करें। बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर 1 अणे मार्ग, पटना में बोधिवृक्ष की पूजा-अर्चना की ।
बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें।
भगवान बुद्ध का जीवन हमें प्रेम,सद्भाव,त्याग एवं अहिंसा का पाठ पढ़ाता है।सभी लोग घर में ही पूजा अर्चना करें। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु निर्धारित प्रोटोकाॅल का पालन करें।https://t.co/1Mm9ET0NVu— Nitish Kumar (@NitishKumar) May 25, 2021
गाँधी घाट, कालेत्रीयट घाट, पथरी घाट , चौधरी टोला घाट , गाय घाट आदि तमाम घाटों पर जहाँ बुद्ध पूर्णिमा जैसे पर्व -त्योहारों पर भीड़ उमड़ती थी वहां भी आज घाट पूरी तरह वीरान पड़ा रहा । इधर तूफान याश को लेकर पटना व आसपास के इलाकों में दिनभर लगभग हल्की बारिश होती रही जिससे लोगों ने घरों में ही रहना पसंद किया । घाट पर सिर्फ इक्के दुक्के लोग स्नान करते और एक-दो महिलाएं पूजा करती दिखी । सबों ने भगवान से प्रार्थना की कि जल्द से जल्द कोरोना खत्म हो और आम जन जीवन सामान्य हो जाये । .
पिछले दिनों बक्सर व भोजपुर समेत पटना के गुलबी घाट पर भी नदी में मिले शवों के चलते भी लोगों की अलग धारणाएं बन गयी थी और लोग ने घाट पर स्नानं करने से परहेज किया । पूछने पर लोगों ने बताया कि कोरोना संक्रमण और गंगा के घाट पर शव मिलने के कारण भीड़ नही है. जबकि हर साल घाट पर काफी भीड़ रहती थी । स्थानीय महिला अलका सिन्हा ने बताया कि इस बार भीड़ नहीं है और कोरोना में लोग कम आये हैं ।
उल्लेखनीय है कि गंगा दशहरा हो या बुद्ध पूर्णिमा, मकर संक्रांति हो या सतुआनी लोग घाट पर बड़ी संख्या में स्नान करने आते हैं । हर साल भीड़ रहती थी लेकिन इस बार भीड़ नहीं उमड़ी । कोरोना के कारण लोग नहीं आ रहे हैं और घरों में ही पूजा कर रहे हैं । इसके कारण मंदिरों में भी भीड़ नहीं के बराबर नजर आई । मगर धर्म परायण महिला -पुरुषों ने परम्परा का निर्वहन किया और गंगा स्नान के साथ मंडियों में भी पूजा की और कोरोना महामारी जल्द ख़त्म हो जाये इसकी कामना भी की ।