विजय शंकर
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रख्यात हृदय रोग विषेषज्ञ डाॅ0 प्रभात कुमार के निधन पर गहरी शोक-सवदना व्यक्त की है। आईएमए के नेशनल प्रेसिडेंट डॉ सहजानंद ने डॉ प्रभात कुमार और पूर्व आईएमए अध्यक्ष डॉ के के अग्रवाल के निधन पर शोक जताया है और कहा कि चिकित्सा जगत को बड़ी क्षति हुई है । दोनों चिकित्सकों के निधन पर डॉ बृजनंदन ने भी शोक जताया है और कहा कि हृदय रोगियों के लिए वे वरदान थे ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डाॅ0 प्रभात कुमार हृदय रोग के प्रख्यात डाॅक्टर थे। डाॅ0 प्रभात कुमार बिहार में एंजियोप्लास्टी की सुविधा देने वाले पहले कार्डियालॉजिस्ट थे। इससे पहले लोगों को एंजियाप्लास्टी के लिए एम्स या फोर्टिस जैसे संस्थान में जाना पड़ता था लेकिन डॉ0 प्रभात ने यह सुविधा पटना में ही उपलब्ध करायी। डॉ0 प्रभात कुमार समाज सेवा से भी जुड़े थे और गरीबों का मुफ्त इलाज भी करते थे। उनके निधन से चिकित्सा जगत को अपूरणीय क्षति हई है।
मुख्यमंत्री ने आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनो दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
उल्लेखनीय है कि कल रात दिल्ली के प्रख्यात डॉ केके अग्रवाल की भी कोरोना से मौत हो गई । डॉ अग्रवाल ने लाखों कोरोना मरीजों की जान बचाई थी और दर्जनों vedio बचाव वाले सोशल मीडिया पर डाला था ।
इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) के पूर्व निदेशक और पद्मश्री डॉ. के के अग्रवाल का बीती रात निधन हो गया। वह पिछले कई दिनों से कोरोन संक्रमण से जूझ रहे थे। संक्रमण गंभीर होने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। डॉ. के के अग्रवाल ने खुद ही कुछ दिनों पहले अपने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी थी कि वह कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उनका निधन चिकित्सा जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है।
डॉ. के के अग्रवाल के निधन की जानकारी उनके ट्विटर हैंडल से ही साझा की गई। उनके ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट में लिखा गया, ‘काफी दुख के साथ सूचित किया जा रहा है कि डॉ. केके अग्रवाल का 17 मई की रात 11.30 बजे के करीब कोरोना से लंबी लड़ाई लड़ते हुए निधन हो गया। जब से वह डॉक्टर बने थे, उन्होंने अपना जीवन लोगों और स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर समर्पित कर दिया था।’