देवेंद्र
चिरकुंडा-(धनबाद): आसनसोल रेल मंडल के कुमारधुबी स्टेशन पर गुरुवार सुबह टिकट काउंटर में बुकिंग क्लर्क द्वारा ताला लगाकर चले जाने के कारण यात्रियों ने टिकट नहीं मिलने को ले जमकर हंगामा किया। हंगामा के बाद जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारी व जवान आकर स्थिति को संभाला। इसी बीच आसनसोल-वाराणसी सवारी गाड़ी अप प्लेटफार्म पर आकर खड़ी हो गई। उसी समय बुकिंग क्लर्क भी काउंटर पर आए। स्टेशन से अनाउंसमेंट कराया गया कि जबतक सभी यात्री का टिकट नहीं कट जाता है तबतक ट्रेन प्लेटफॉर्म पर खड़ी रहेगी। लगभग 15 मिनट ट्रेन खड़ी रहने के बाद लगभग साढ़े सात बजे ट्रेन खुली। घटना के संबंध में बताया जाता है कि बुकिंग काउंटर पर जितेंद्र सिंह की ड्यूटी छह बजे तक थी। सूत्रों का कहना है कि लगभग साढ़े पांच बजे ही वे कार्यालय में ताला लगाकर चले गए। छह बजे से कृष्ण कुमार की ड्यूटी थी, लेकिन सात बजे तक वे भी नहीं आए। सवारी गाड़ी का पैसेंजर टिकट कटाने को ले लाइन में खड़ा रहा। जब ट्रेन आने की घोषणा हुई तो यात्री हंगामा करना शुरू कर दिए। हंगामा की सूचना पर आरपीएफ व जीआरपी वहां पहुँचे और यात्रीयों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन टिकट नहीं मिलने से वे आक्रोश में थे। ट्रेन आने पर कई यात्री तो बिना टिकट ही ट्रेन में चढ़ गए लेकिन इसी बीच टिकट कटने तक ट्रेन के खड़ा रहने के अनाउंसमेंट के बाद यात्री शांत हुए और टिकट कटाकर गए। बुकिंग क्लर्क जितेंद्र सिंह ने कहा कि सिस्टम नहीं चल रहा था और यात्री हंगामा कर रहे थे। इसलिए साढ़े छह बजे बंदकर चला गया। वहीं छह बजे से डियूटी पर आने वाले क्लर्क कृष्ण कुमार ने कहा कि आने के क्रम में रास्ते में बाइक खराब हो गया था। जिसके कारण सात बजे वे पहुँचे। इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार ने कहा कि नियमतः रिलीवर जब तक काउंटर पर नहीं आ जाता है तबतक क्लर्क को नहीं जाना है। कहा कि लगभग साढ़े छह बजे सूचना मिला कि काउंटर बंद है, उसके बाद व्यवस्था किया गया।आज की घटना की सूचना वरीय अधिकारियों को दे दिया गया है। बुकिंग सुपरवाइजर से भी क्लर्क जितेंद्र सिंह के बारे जानकारी प्राप्त किया जा रहा है।