विजय शंकर
पटना.: बिहार कांग्रेस के प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरणदास ने विधानसभा उपचुनाव और लखीमपुर खीरी में किसानों की बर्बर हत्या के खिलाफ बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मैराथन बैठकें आयोजित की।
विधानसभा उपचुनाव के दोनों सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर में पार्टी के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए 51 सदस्यीय समिति का गठन किया। कुशेश्वरस्थान सीट को लेकर राज्यसभा सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह को कन्वेनर और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी को सह-समन्वयक की जिम्मेदारी दी गयी। वहीं तारापुर सीट को लेकर कार्यकारी अध्यक्ष विधान पार्षद डॉ समीर कुमार सिंह को कन्वेनर और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पूर्व विधायक अमिता भूषण को सह-समन्वयक की जिम्मेदारी दी गयी।
साथ ही इन दोनों सीटों पर प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक की तैयारियों को लेकर 51 सदस्यीय टीम की घोषणा भी की गई।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरणदास ने पहली बैठक कांग्रेस के सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों के साथ की। इसके पश्चात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ दूसरी बैठक हुई।
बैठक को लेकर बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड ने किसानों के प्रति भाजपाई बर्बरता का स्याह पक्ष दिखाया है। उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस इसकी कड़ी निंदा करता है और नैतिकता के आधार पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के इस्तीफे की मांग करती है।
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने बताया कि कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव की दोनों सीटों पर पार्टी के जीत को लेकर लंबी बैठक कर जम्बो टीम तैयार की है। ये टीम प्रत्याशियों के जीत के लिए रणनीतिक और जरूरी तैयारियों पर काम करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड को लेकर दिनांक 11 अक्टूबर को पूर्वाह्न 10 बजे से आयकर गोलंबर पर कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरणदास और प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा के नेतृत्व में मौन धरने के आयोजन किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में हुई दोनों बैठकों में बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, डॉ समीर कुमार सिंह, श्याम सुंदर सिंह धीरज, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, विधान पार्षद प्रेमचन्द्र मिश्रा, विधायक राजेश कुमार, आबिदुर रहमान, प्रतिमा कुमारी दास, सिद्धार्थ, मुरारी गौतम, अजय सिंह, संतोष मिश्रा, नीतू सिंह, कृपानाथ पाठक, अवधेश कुमार सिंह, नरेन्द्र कुमार, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, अमिता भूषण, कुमार आशीष, चुन्नू सिंह, वीणा शाही, रवीन्द्रनाथ मिश्रा, खान अली, ऋषि मिश्रा, लाल बाबु लाल, अजय कुमार सिंह, भावना झा, ब्रजेश प्रसाद मुनन, रामप्रीत पासवान, सतीश कुमार, गजानंद शाही, ह्रदय नारायण सिंह, रामायण यादव, नागेन्द्र कुमार विकल, आनंद माधव, असित नाथ तिवारी, शकीलुर रहमान, अशोक गगन, मधुरेन्द्र कुमार सिंह, कमल देव नारायण शुक्ल, शशि कान्त तिवारी, धनंजय शर्मा, अखिलेश्वर सिंह, अजय कुमार यादव, अरबिंद लाल रजक, ज्ञान रंजन, जयप्रकाश चौधरी, विनोद कुमार पाठक, सत्येन्द्र कुमार सिंह, वरुण शर्मा, वसी अख्तर, अमित कुमार सिंह, दिलीप पासवान, डॉ. कुमारी रूपं, मंजीत आनंद साहू, सुधा मिश्रा, सिद्धार्थ क्षत्रिय, राजेंद्र चौधरी, अजय कुमार यादव, रिपुदहन शर्मा, रुमा सिंह, निधि पाण्डेय समेत कई बड़े नेता मौजूद रहें।