प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात पुल दुर्घटना वालों को चार लाख की सहायता और उत्तराखंड बस दुर्घटना वालों को ₹250000 भी देने को तैयार नहीं
सुभाष निगम
नयी दिल्ली : उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात पुल दुर्घटना मैं दिवंगत लोगों के परिजनों को ₹400000 सहायता दिए जाने और उत्तराखंड बस दुर्घटना के दिवंगतो के परिवारों को ₹250000 की भी सहायता दिए जाने में भी कोताही बरते जाने की कड़ी आलोचना की है।
धीरेंद्र प्रताप ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैऔर उन जैसे ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति को गुजरात में या अन्य राज्यों में घट रही घटनाओं मैं दिवंगत लोगों को सहायता दिए जाने में भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री का यह रवैया उनके ऊंचे पद के क्रियाकलापों के प्रतिकूल है और प्रजातंत्र में जो प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्तिगत आचरण के उच्च मापदंड स्थापित किए जाने चाहिए , प्रकार की कार्यप्रणाली, उनको गिराने का काम करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के इस रवैया में सुधार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि भारतीय जन गण मन में गुजरात मराठा से लेकर द्रविड़ उत्कल बंग तक जब भारत एक है व श्री नरेंद्र मोदी पूरे भारत देश के प्रधानमंत्री है तो उन से यही अपेक्षा की जाती है की वे सारे भारत के नागरिकों के साथ समान व्यवहार करें ।
उन्होंने उम्मीद जताई भविष्य में प्रधानमंत्री कार्यालय लोगों की सहायता में राज्य विशेष को वरीयता ना देकर भारत के नागरिक के रूप में सबके साथ समान व्यवहार करेगा। जिसका सब लोग स्वागत करेंगे। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि उत्तराखंड की सिमड़ी बस दुर्घटना मैं दिवंगत लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री कार्यालय ने ढाई लाख रुपए देना तक भी उचित नहीं समझा जबकि गुजरात के लोगों को 400000 की सहायता दिए जाने का ऐलान किया गया ।यद्यपि प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात के लोगों को चार लाख की सहायता का उन्होंने स्वागत किया।