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पटना.बिहार के विश्वविद्यालयों में चल रहे फर्जीवाड़े को लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस ने बड़ा सवाल उठाया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों की सीबीआई जांच की मांग की है।उन्होंने कहा कि राज्य भर के विश्वविद्यालयों में आर्थिक कदाचार के कई मामले हाल के दिनों में प्रकाश में आए हैं। यहां तक कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र सिंह के ऊपर स्पेशल विजिलेंस यूनिट का छापा भी पड़ चुका है। बड़ी मात्रा में रकम बरामद होने के बावजूद अभी तक वें पद पर बरकरार हैं। कई अन्य विश्वविद्यालयों में धांधली का पर्दाफाश हुआ है। यहां तक कि बिहार के विश्वविद्यालयों में चल रहे भ्रष्टाचार के काले कारनामों का लखनऊ कनेक्शन भी सामने आ गया है। ऐसे में सभी विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने भाजपा-जदयू से सवाल पूछा है कि वे लोग बताएं कि लखनऊ में बैठे किस डॉन के ईशारे पर बिहार के तमाम विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार के काले खेल खेले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति के पत्र ने बड़ा पर्दाफाश करने का काम किया है। कुलपति के इस पोल खोल चिट्ठी पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खामोशी भी रहस्यमयी है। उन्होंने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में किसके दबाव में नई दिल्ली स्थित प्रकाशक से तिगुने दाम पर पुस्तक प्रकाशन कराना पड़ रहा है।
बिहार प्रदेश मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि बिहार सरकार के बूते विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार का जांच संभव नहीं है। इसलिए केंद्रीय जांच एजेंसी के द्वारा ही पूरे प्रकरण की जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में व्याप्त इस कदर भ्रष्टाचार के मामलों ने पूरे देश में बिहार की साख को गिराने का काम किया है। नीतीश सरकार को भी इस मामले में कठघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में सतर्कता नहीं बरतती है अन्यथा भ्रष्टाचार के बड़े मामलों के सामने आने के बाद भी नीतीश सरकार कान में तेल डाल कर सो जाती है। आश्चर्य जताते हुए कहा कि इतने लंबे समय से विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार के मामले प्रकाश में आ रहे थे लेकिन राज्य सरकार कार्रवाई करने से हिचक रही थी और अब जब एक एक करके मामले खुलते जा रहे हैं तो मौन साध कर लखनऊ के डॉन को बचाने में लग गयी है।