मोदी के कम्पनी राज को उखाड़ फेंकने के लिए हड़ताल को एतिहासिक रूप से सफल बनाने का आह्वान।
हड़ताल की सफलता के लिए हर जिला में कन्वेंशन का निर्णय।
विश्वपति
पटना। ऐक्टू सहित विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियन खासकर ऐक्टू, एटक,सीटू,इंटक,
एआईयूटीयूसी,टीयूसीसी,यूटीयूसी आदि श्रमिक संगठनों ने 4 श्रम कानूनों को रद्द करने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि मजदूरों की गुलामी और देश पर कम्पनी राज थोपने के उद्देश्य से मोदी सरकार द्वारा मजदूरों पर लादे गए 4 श्रम कोड को रद्द करने तथा अन्य 10 सूत्री मांगों के लिए 23-24 फरवरी को घोषित देशव्यापी मजदूर हड़ताल की सफलता के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है इसके लिए पहले ही। राज्यस्तरीय सँयुक्त कन्वेंशन मैं निर्णय लिया जा चुका है।
कन्वेंशन को सम्बोधित करते हुए ट्रेड यूनियन नेताओं ऐक्टू के आरएन ठाकुर,रणविजय कुमार,जितेंद्र कुमार,इंटक के चंद्रप्रकाश सिंह, सीटू के गणेश शंकर सिंह, एटक के हरदेव ठाकुर, एआईयूटीयूसी के सूर्यकर जितेंद्र, यूटीयूसी के वीरेंद्र ठाकुर, आईएफटीयू के आकांक्षा प्रिया, अखिल भारतीय परिवहन फेडरेशन के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव आर. लक्ष्मैया सहित स्वतंत्र फेडरेशन एवं एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि एक तरफ कोरोना काल मे बेरोजगारी व महंगाई चरम पार कर रहा है तो दूसरी तरफ अडानी-अम्बानी सरीखे पूंजीपतियों की संम्पति में 4 से 5 गुना वृद्धि जारी है। इन स्थितियों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए साम्प्रदायिक-उन्माद भी भड़काया जा रहा है।नेताओं ने इन स्थितियों के लिए मोदी सरकार के कॉरपोरेट-कम्पनी राज व साम्प्रदायिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कम्पनी राज परस्त इन नीतियों को पलट देने के लिए आगामी 23-24 फरवरी को आहूत दो दिवसीय देशव्यापी मजदूर हड़ताल को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने का आह्वान आम नागरिकों से किया।
कोरोना आपदा को पूंजीपतियों के मुनाफा के अवसर में बदल रही मोदी सरकार –
नेताओं ने मोदी सरकार द्वारा कोरोना आपदा को पूंजीपतियों के मुनाफा के अवसर में बदलने की नीतियों पर जमकर प्रहार किया और सरकारी सम्पत्तियों का निजीकरण, सरकारी व राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचे जाने,राष्ट्रीय मुद्रिकर पाइपलाइन (एनएमपी) रेल, बैंक, बीमा, रक्षा, बंदरगाह, पैट्रोलियम, एयरलाइंस, हवाई अड्डे, बिजली, स्टील, राजमार्ग, दूरसंचार, कोयला आदि को पूंजीपतियों के हवाले करने का जोरदार मुखालफत किया। नेताओं ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइप लाइन योजना (एनएमपी) को देश विरोधी निर्णय बताया ।
कन्वेंशन का संचालन एक्टू के जितेंद्र कुमार,इंटक के पचंद्र प्रकाश सिंह, एटक के रामविलास शर्मा, सीटू के राजकुमार झा, एआईयूटीयूसी के एम के पाठक एवं आईएफटीयू(सर्वहारा) के राधेश्याम के सँयुक्त अध्यक्षमंडली ने किया।
कन्वेंशन में घोषणा पत्र को एटक के गजनफर नवाब ने प्रस्तुत किया।
असंगठित क्षेत्र व स्कीम वर्करों की मांगे उठी आज के कन्वेंशन से असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के समक्ष गहराते संकट से निजात के लिए असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा और पेंशन देने, आंगनवाड़ी,आशा एवं मिडडे मील कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा और सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का भी सवाल जोरदार ढंग से उठाया गया।
हड़ताल की सफलता के लिए पर्चा-पोस्टर जारी जिलावार कन्वेंशन का निर्णय – ट्रेड यूनियनों के इस सँयुक्त कन्वेंशन से अगले माह में जिलावर कन्वेंशन करने,हड़ताल का व्यापक प्रचार प्रसार करने का निर्णय लिया गया,इस अवसर पर हड़ताल को सफल बनाने से सम्बंधित सँयुक्त पोस्टर व पर्चा भी जारी किया गया।