बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : धनबाद उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने सिंदरी स्थित फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एफसीआईएल) के बंद पड़े 250 बेड के अस्पताल को शुरू करने के लिए स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव से अनुरोध किया है। इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन वैश्विक महामारी की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रहा है। बच्चों को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही है। इस क्रम में जिलें में उपलब्ध सभी संसाधनों का उचित उपयोग करके लक्ष्य प्राप्ति के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एफसीआईएल के सिंदरी में 250 बेड का एक अस्पताल है। मार्च 2003 में एफसीआईएल के बंद होने के साथ-साथ अस्पताल का संचालन भी बंद हो गया। जबकि अस्पताल में 2 ऑक्सीजन सपोर्ट वाले ऑपरेशन थिएटर, एक इमरजेंसी वार्ड, महिला एवं पुरुष के लिए औषधि वार्ड, सर्जिकल वार्ड, पेडिएट्रीशियन एवं गायनेकोलॉजिकल वार्ड है।उपायुक्त ने कहा कि यह अस्पताल एफसीआईएल टाउनशिप के बीचो-बीच स्थित है तथा आवागमन के दृष्टिकोण से भी सुगम है। इसके शुरू होने से बलियापुर प्रखंड एवं झरिया में रहने वाले लगभग 40,000 से अधिक लोगों को चिकित्सा उपलब्ध कराने में यह अत्यंत मददगार सिद्ध हो सकता। वर्ष 2017 में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड ने लीज बंदोबस्ती के माध्यम से एफसीआइएल से प्राप्त भूमि पर वहां उपक्रम स्थापित कर रहा है। इस अस्पताल के शुरू होने से एफसीआईएल टाउनशिप एवं हर्ल में कार्यरत कर्मचारियों को भी चिकित्सा उपलब्ध हो सकती है।
इसको शुरू करने के लिए माननीय विधायकों, जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं समाज के अलग – अलग हितधारकों के द्वारा अनुरोध किया गया है। उपायुक्त ने अस्पताल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर किसी योग्य एवं अनुभवी निजी संस्थान को निर्धारित शर्तों के साथ संचालन की जिम्मेदारी देने या हर्ल द्वारा सीएसआर के अधीन अस्पताल के कुछ भवनों का जिर्णोद्धार कराते हुए किसी एजेंसी के माध्यम से आवश्यकता अनुसार चिकित्सक, पारा चिकित्सा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर सामान्य चिकित्सा सेवा शुरू करने का सुझाव दिया है।