बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं एमओआईसी जरूरतमंदों को प्राथमिकता देकर सरकार की महत्वपूर्ण योजना मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ प्रदान करें। योजना के तहत किसी भी तरह की बीमारी अथवा सर्जरी, कैंसर, कोविड-19 से पीड़ित जरूरतमंदों को 3000 से लेकर ₹25000 तक की अनुदान राशि देने का प्रावधान है। उपरोक्त निर्देश उपायुक्त सह जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) संदीप सिंह ने समाहरणालय के सभागार में जन्म – मृत्यु पंजीकरण की समीक्षा करने के दौरान सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी एमओआईसी को दिया।
उन्होंने कहा कि बीमारी के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्या के साथ-साथ पीड़ित व्यक्ति के आजीविका पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। योजना का लाभ मिलने से पीड़ित व्यक्ति को आजीविका में होने वाली क्षति की पूर्ति तथा बीमारी की अवधि एवं इलाज के बाद पौष्टिक आहार लेने की पूर्ति हो सकेगी। अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ प्रदान करने के लिए लोगों को जागरूक करे। प्राथमिकता देकर ऐसे आवेदनों को प्राप्त करें एवं अभियान चलाकर लाभुकों को सहायता प्रदान करें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने छुटे हुए निजी अस्पतालों को सीआरएस पोर्टल से जोड़ने, पंचायत रजिस्ट्रार की हर माह बैठक करने एवं पंचायत रजिस्टर की समीक्षा करने, पेंशन सत्यापन में तेजी लाने, वोटर कार्ड को आधार से जोड़ने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया। साथ ही प्रखंड वार जन्म मृत्यु रजिस्ट्रेशन की समीक्षा की।
बैठक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सह अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) महेश भगत ने बताया कि जनवरी 2022 से लेकर अगस्त 2022 तक जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने में धनबाद जिला ने 99.24 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल कर पूरे झारखंड राज्य में चौथा स्थान प्राप्त किया है। साथ ही बताया कि जिले में जन्म-मृत्यु निबंधन के कुल 303 सेंटर हैं। जिसमें 256 सभी पंचायतों में, 33 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सदर अस्पताल, धनबाद नगर निगम, नगर परिषद चिरकुंडा एवं मेडिकल कॉलेज में एक-एक निबंधन सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। 189 प्राइवेट अस्पतालों में से 186 प्राइवेट अस्पतालों को सीआरएस पोर्टल से जोड़ दिया गया है। बैठक में उपायुक्त सह जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) संदीप सिंह, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सह अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म मृत्यु) महेश भगत, उप निर्वाचन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार पांडेय, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी एमओआईसी व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।