जदयू कोटे से मुंगेर सांसद ललन सिंह के साथ तीन अन्य ले सकते हैं शपथ
कल 6 बजे हो सकता है कैबिनेट का विस्तार, तैयारी में लगा राष्ट्रपति भवन
सुभाष निगम /विजय शंकर
नयी दिल्ली/पटना । नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार कल, बुधवार शाम 6 बजे होगा । इस मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद ये भारत के इतिहास का सबसे युवा मंत्रिमंडल हो जाएगा । हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक अलग ‘सहकारिता मंत्रालय’ बनाया है । इस बार कई युवा चेहरों को इसमें तरजीह दी जा रही है जबकि अगले वर्ष होने वाले राज्यों के चुनाव को लेकर भी कई चौंकाने वाले फैसले किये जा रहे हैं । बिहार से इस बार जदयू की मांग के अनुरूप चार मंत्री बनाए जा रहे हैं जिसमें एक कैबिनेट और तीन राज्य मंत्री के दर्जे वाले होंगे । केंद्र सरकार और जदयू के बीच मंत्री पद को लेकर ही विवाद हुआ था जिससे नीतीश सरकार व पीएम मोदी के बीच विवाद उभरा था । जदयू से मुंगेर के सांसद व नीतीश कुमार के करीबी राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह कैबिनेट मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि जदयू के ही पूर्णिया के सांसद संतोष कुशवाहा , कर्पूरी ठाकुर के लडके रामनाथ ठाकुर और अतिपिछडा समुदाय से दिनेश्वर कामत को मंत्री बनाया जा सकता है जबकि जदयू अध्यक्ष आरसी पी सिंह के नामों की चर्चा है ।
सूत्रों का कहना है कि इस बार विस्तार में नए चेहरों की संख्या 30 के पार भी जा सकती है, जबकि कई चेहरों को अलग अलग वजहों से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है । अबतक जिन नामों पर सम्भावना बनी है उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया. सर्वानंद सोनोवाल , नारायण राणे , भिवंडी से सांसद कपिल पाटिल, लोजपा के पशुपति नाथ पारस (बिहार), अनुप्रिया पटेल , पंकज चौधरी, रीता बहुगुणा जोशी , रमाशंकर कठेरिया , वरुण गाँधी , राहुल कस्वान , सी.पी जोशी , सकलदीप राजभर और कर्नाटक से रमेश जिगजिनानी और मणिपुर के सांसद राजकुमार रंजन के नामों पर संभवत: मुहर लग गयी है जिसमें कई युवा चेहरे नजर आयेंगे । इससे पहले खबरें थीं कि 17 से 22 मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार के ज़रिए महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा रहा है. प्रोफेशनल, मेनेजमेंट, एमबीए , पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को शामिल किया जा रहा है। बड़े राज्य को ज़्यादा हिस्सेदारी दी जाएगी । बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मराठवाड़ा, कोंकण जैसे इलाक़ों को हिस्सेदारी दी जा रही है। इस बार यादव, कुर्मी, जाट, क़हार, पासी, कोरी, लोधी आदि समाज का प्रतिनिधित्व दिखेगा. दो दर्जन ओबीसी या पिछड़ा वर्ग के मंत्री इस विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में हो जाएंगे । माना जा रहा है कि पिछड़े वर्ग के मंत्रियों की संख्या 25 हो जाएगी। एससी समाज से आने वाले मंत्रियों की संख्या में भी इज़ाफा होगा। खास बात ये है कि मंत्रिमंडल विस्तार में अनुभव को भी तरजीह दी जानी है। इसके मद्देनज़र केंद्र ऐसे ब्यूरोक्रेट और टेक्नोक्रेट भी इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे। इन्हें कैबिनेट मंत्री से लेकर राज्य मंत्री तक का पद दिया जा सकता है।
नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में होगा। हालांकि कोरोना के कारण संभव है कि बेहद कम लोगों को कार्यक्रम में आने की अनुमति दी जाएगी । शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन को जानकारी दे दी गई है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बुलावे के बाद बीजेपी के कई नेता दिल्ली आ पहुंचे। सभी सांसदों को फोन करके बुलाया गया है ।