सुभाष निगम
नई दिल्ली : कर्नाटक के शिवमोगा में हर्षा के बाद अब तेलंगाना के करमन घाट, दिलसुख नगर हैदराबाद में मंदिर में घुस कर गौरक्षक पर हुए जानलेवा हमले से छुब्द विश्व हिन्दू परिषद ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि इस्लामिक जिहादी हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा लेने से बाज आएं। विहिप के केन्द्रीय महा-सचिव श्री मिलिंद परांडे ने आज कहा है कि गौ रक्षा व धर्म रक्षा हेतु समर्पित हिंदुओं की नृशंस हत्या करने वालों व उनको समर्थन व सहयोग देकर हिंदुओं को डराने वालों को समझना होगा कि यदि वे बाज नहीं आए तो हिन्दू युवक सड़कों पर उतारेंगे। हिंसक जिहादियों की कब्र अब भारत में ही खोदी जाएगी।
तेलंगाना व महाराष्ट्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हिन्दू युवकों के विरुद्ध सरकारी दमन चक्र की भी भर्त्सना करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें क्या मुस्लिम तुष्टीकरण की आड़ में इतनी अंधी हो गई हैं कि हिंसक जिहादियों की बजाय पीड़ित हिन्दू समाज के लोगों को ही गिरफ्तार कर रही हैं? क्या गौरक्षा करना और देश या धर्म की रक्षा करना भारत में पाप है? देशभक्तों का दमन और धर्मद्रोही व देश द्रोहियों से ममता अब और बर्दास्त नहीं की जा सकती। महाराष्ट्र व तेलंगाना जैसे राज्यों के कुछ राज नेताओं, पार्टियों व संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की इसी मानसिकता के कारण ही हिंसक जिहादियों का मनोवल बढ़ता है। हिन्दू समाज इसे कदापि स्वीकार नहीं करेगा।
इस बीच कर्नाटक में विहिप – बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हिन्दू समाज के साथ सम्पूर्ण कर्नाटक में हर्षा को न्याय व पीएफआई पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग करते हुए प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधीशों को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपे।