धूमधाम से मनाया गया गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व
सिख समाज के व्यक्ति को बिहार के विभिन्न बोर्ड और निगमों में भी प्रतिनिधित्व देने की मांग तेज हुई
पटना
नव राष्ट्र मीडिया।
राजद के वरिष्ठ नेता तथा समाजसेवी सरदार रणजीत सिंह और प्रमुख व्यवसायी एवं समाजसेवी सरदार जगजीवन सिंह ने कहा है कि पूरे बिहार में सिख धर्म के संस्थापक प्रथम गुरु, गुरु नानक जी का 554 वां प्रकाश पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया । इस मौके पर चितकोहरा स्थित गुरुद्वारा , पटना साहिब गुरुद्वारा सहित राज्य के सभी गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व का शानदार आयोजन किया गया ।
इस मौके पर गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ, गुरुवाणी तथा लंगर का आयोजन किया गया । मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरदार रणजीत सिंह ने कहा कि हाल ही में कालेजियम के द्वारा दो सिख वकीलों को जज बनाने की सिफारिश की थी , जिसे केंद्र सरकार ने अनदेखी कर दिया । जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर नाराजगी व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि सरकार नियुक्ति और ट्रांसफर में कुछ नाम को सुविधा अनुसार चुनती और छांट देती है। यह गलत रवैया है। सुप्रीम कोर्ट के हवाले से उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के दो मेधावी वकील हरमीत सिंह ग्रेवाल और दीपेंद्र सिंह नलवा को जज बनाने की सिफारिश की थी। लेकिन केंद्र सरकार ने अनदेखी कर दिया।
इस पर जस्टिस संजय किशन कॉल और सुधांशु धूलिया ने भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में सिख समाज बेहद अल्पसंख्यक है लेकिन सरकार जाने अनजाने उसकी उपेक्षा कर देती है। अल्पसंख्यक आयोग के गठन में भी सिख समाज की उपेक्षा हुई। इसी प्रकार इस समाज को राजनीतिक प्रतिनिधित्व भी नहीं दिया जा रहा है । विभिन्न बोर्ड , निगम और विधान परिषद में भी कोई मनोनयन नहीं हो रहा है । उन्होंने कहा कि बिहार बंटवारे से भी पहले सिर्फ एक सिख नेता इंदर सिंह नामधारी को ही मंत्री बनाया गया था ।
लेकिन 24 साल से किसी को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है । यह बिहार दुखद है सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।