बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से सिविल सर्जन डॉ. आलोक विश्वकर्मा ने आज सिविल सर्जन कार्यालय से जागरूकता यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सिविल सर्जन ने कहा 10 फरवरी से 25 फरवरी 2023 तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रथयात्रा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। रथ यात्रा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण करेगी।
उन्होंने कहा 10 फरवरी से 25 फरवरी तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के दौरान 10 फरवरी को जिले के 2231 बूथ पर 4306 स्वयंसेवक द्वारा 26 लाख से अधिक लोगों को अपने सामने दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। वहीं छूटे हुए लोगों को 11 से 25 फरवरी तक घर-घर जाकर दवा प्रशासक द्वारा अपने सामने डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक खलाई जाएगी। उन्होंने कहा 1 से 2 साल तक के बच्चे को एल्बेंडाजोल की आधी गोली (200 एमजी) पानी में घोलकर। 2 से 5 वर्ष तक को डीईसी की एक गोली (100 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली (400 एमजी), 6 वर्ष से 14 वर्ष तक डीईसी की 2 गोली (200 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली, 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली 300 (एमजी) एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। वहीं एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध एवं गंभीर बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा फाइलेरिया दिव्यांगता पैदा करने वाली बीमारी है। यह जानलेवा नहीं है लेकिन इसकी वजह से शरीर में विकृति पैदा होती है। इसलिए इस रोग के बचाव के लिए एमडीएम कार्यक्रम के दौरान सभी व्यक्तियों को दवा का सेवन करना आवश्यक है।