बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : धनबाद स्थित डीएवी कोयलानगर में तीन दिवसीय डीएवी राष्ट्रीय खेल समारोह की सभी प्रतियोगिताएं संपन्न हुईं। प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया तथा प्रतियोगिता के दौरान खेल प्रतिभा का उत्कृष्ट परिचय दिया। तीसरे दिन के परिणाम में तैराकी स्पर्धा के बालक वर्ग में डीएवी कोयला नगर विजेता एवं डीएवी बरियातू उपविजेता रहा। वहीं बालिका वर्ग में डीएवी घाटोटांड़ ने डीएवी पुंदाग को मात दी। बैडमिंटन के परिणाम में बालक वर्ग में डीएवी बरियातू विजेता एवं डीएवी चाईबासा टीम उपविजेता रही। बालिका वर्ग में इसके विपरीत विजेता डीएवी बरियातू एवं उपविजेता डीएवी चाईबासा टीम रही। लाॅन टेनिस के परिणाम में बालक वर्ग में डीएवी बीएनएस गिरिडीह विजेता एवं डीएवी सेक्टर 4 बोकारो उपविजेता रहा वहीं बालिका वर्ग में डीएवी सेक्टर 4 बोकारो विजेता एवं डीएवी बीएनएस गिरिडीह उपविजेता रहा। बाक्सिंग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार बालक एवं बालिका वर्ग में क्रमशः पामीर अली अंसारी डीएवी मुनीडीह एवं अपर्णा कुमारी डीएवी कुसुंडा को मिला। टेबल टेनिस में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बालक एवं बालिका वर्ग में क्रमशः सुमित हांसदा बीएनएस गिरिडीह एवं अर्नवी पांडेय डीएवी बिस्तूपुर को मिला। गौरतलब है कि बतौर मुख्य अतिथि सीआइएसएफ के डीआईजी विनय काजला, बीसीसीएल के जीएम विद्युत साहा झारखंड जोन – सी के क्षेत्रीय पदाधिकारी डॉ. के. सी. श्रीवास्तव,विद्यालय के प्राचार्य एन.एन. श्रीवास्तव, झारखण्ड के अन्य सहायक क्षेत्रीय अधिकारियों, विभिन्न विद्यालयों से आए हुए प्राचार्य गण, खेल शिक्षक,अनुरक्षक शिक्षक, खेल-निर्णायक एवं विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी गण तथा विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं मुख्य रूप से उपस्थित थे। विद्यालय के प्राचार्य एन.एन.श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, अन्य विद्यालयों से आए हुए क्षेत्रीय अधिकारियों, प्राचार्यों का अभिनंदन किया तथा शांतिपूर्वक इस तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता के समापन के लिए सभी को बधाई दी। इस तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता को सफल बनाने में विद्यालय के प्राचार्य एन.एन. श्रीवास्तव, खेल शिक्षक एस.के. पटनायक, सुखदेव सिंह, शरद कुमार श्रीवास्तव, पापिया चटर्जी, शालिनी पाॅल, रश्मि सहाय,एस. नारायण, प्रदीप मिश्रा, आर के प्रसाद,डी दत्ता सी.पी. मिश्रा, इंद्रनील मित्रा,अनिल कुमार, रश्मि गांगुली,बी.के. मंडल ,आर आर दास, एस के घोष, अरुप चटर्जी,बी के सिंह इंद्रनील मुखर्जी,सचिन कुमार पम्मी पांडे कुमारी मोनी विभा कुमारी मंदिरा बनर्जी आदि समेत विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।