संदीप
राजगंज-(धनबाद) : संथाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के उपलक्ष्य पर टुंडी विधानसभा के दलदली गांव में गुरुवार को ओलचिकी भाषा दिवस के रूप में मनाया गया। सर्वप्रथम सोनोत संताल समाज के केन्द्रीय सचिव अनिल कुमार टुडू ने फीता काट कर उद्घाटन किया गया। उद्घाटन भाषण में कहा कि जिस तरह से हम आदिवासी जल जंगल जमीन की रक्षा करने में हमेशा तत्पर रहते हैं। ठीक उसी तरह अपनी संस्कृति और परंपरा को बचाने का दायित्व बनता है। और हर हाल में अपनी संस्कृति और परंपरा को बचाने के प्रयास करने होंगे। कार्यक्रम में छोटे छोटे स्कूली बच्चों के द्वारा तरह के गीत संगीत एवं नृत्य प्रस्तुत कर वहां बैठे दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कविता पाठ (ओनोड़हेअ) भी किया गया। मंच का संचालन संजय हेम्ब्रम ने किया। मुख्य रूप से इस कार्यक्रम में गांव के मांझी हाड़ाम अरूण टुडू, धावाचिता पंचायत प्रतिनिधि मनसा राम मुर्मू, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि करमचंद सोरेन,जीवन टुडू, भगवान सोरेन, किशोर सोरेन, पीताम्बर सोरेन, अशोक कुमार टुडू, चीकू टुडू, अजय टुडू , प्रेम चंद सोरेन, अयशा, अलिशा, आकांक्षा ज्योति, बिमला, वर्षा, रीतू, प्रतिभा, पूनम, नीलम, सोनम, सोनल, चम्पा, सोनिया, गंगा,गौरी, शिखा, खुशबू, मिष्टी, सहित सैकड़ों की संख्या में दर्शक मौजूद थे।