बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: उपायुक्त संदीप सिंह ने भू-अर्जन कार्यालय का निरीक्षण किया तथा उससे संबंधित कार्यों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ने भू-अर्जन पंजी, किन योजनाओं में कितनी भूमि का अधिग्रहण किया गया है, की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने भू-अर्जन पदाधिकारी को भू-अर्जन पंजी को अप-टू-डेट रखने तथा नियमित रूप से समीक्षा करने का निर्देश दिया। जिन योजनाओं के तहत भूमि का अधिग्रहण किया गया है, वैसी भूमि को डीपीएमयू के द्वारा एनजीडीआरएस पोर्टल में लॉक करने का निर्देश उपायुक्त द्वारा दिया गया। जिससे आमजनों को इस संबंध में सूचना उपलब्ध कराई जा सके। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त को यह प्रतीत हुआ कि भुगतान किए जाने वाले मामलों में यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, कि किस पदाधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा भुगतान किया गया है। इस संबंध में उन्होंने भू-अर्जन पंजी में भुगतान के उपरांत संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मचारी का नाम, मुहर एवं हस्ताक्षर अनिवार्य रूप से दर्ज करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने बॉन्ड तथा अंचलाधिकारी से प्राप्त प्रतिवेदन के लिए एक स्टैंडर्ड फॉरमैट विकसित करने का निर्देश दिया। जिसमें सभी सूचनाएं निर्धारित प्रारूप में समेकित की जा सके।
इस दौरान उपायुक्त द्वारा कैशबुक, दावा पत्र शिकायत पंजी, मूल्यांकन खतियान आदि का निरीक्षण किया गया। साथ ही आवश्यकता अनुसार आउटसोर्सिंग एजेंसी से आमीन प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया। मौके पर उपायुक्त, अपर समाहर्ता, जिला भू – अर्जन पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।