बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : धनबाद उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी संदीप सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में सभी सरकारी विभागों के अनावश्यक बैंक खाता और अधिग्रहित भूमि के नामांतरण की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल के अधिकारी, कृषि पदाधिकारी, कल्याण पदाधिकारी, समाज कल्याण पदाधिकारी, शिक्षा पदाधिकारी, भूअर्जन पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी से बारी बारी कार्यालयों में खुले बैंक खातों का विवरण लिया। उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को अपने अपने कार्यालयों के बैंक खातों की संख्या और उनमें मौजूद राशि की डाटा बनाने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि 10 मई तक सभी अपने अपने कार्यालयों के बैंक खातों से संबंधित रिपोर्ट सौंपे। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को बैंकों में जमा अनावश्यक राशि सरेंडर करने और अनावश्यक बैंक खातों को बंद करने को कहा। उपायुक्त ने कहा कि एक ही योजना के कई खाते खुले हो तो उनमे से किसी एक खाता को चालू रखे अन्यत्र सभी को बंद करवा लें। साथ ही जब भी बैंक खाता खोले तो क्षेत्रीय स्तर पर जो सरकारी बैंक है उनमें ही खोले या फिर जो विभाग से निर्धारित निजी बैंक है उसी में खाता खोले। बैठक के दौरान उपयुक्त ने सभी अंचलाधिकारियों से अधिग्रहित भूमि के नामांतरण की समीक्षा की। उन्होंने सभी अंचलाधिकारियों को अपने अपने अंचल के अधिग्रहित भूमि के नामांतरण को लेकर कई दिशा निर्देश दिए। मौके पर उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, भू अर्जन पदाधिकारी सतीश चंद्र, डीआरडीए निदेशक मुमताज अली अहमद, एडीएम लॉयन ऑर्डर कमला कांत गुप्ता, डायरेक्टर एनईपी श्रीमती इंदु रानी, जिला योजना पदाधिकारी महेश भगत, जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार, समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप, एलडीएम, सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे ।