बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: कोयलांचल में अग्नि एवं भू-धंसान क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए विशेष कैंप लगाने, सरकारी भूमि पर सामुदायिक भवन बनवाने का अनुरोध, आमजनों के शिकायतों एवं आवेदनों के त्वरित निष्पादन के उद्देश्य से मंगलवार को उपायुक्त संदीप सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में जनता की शिकायतें सुनी एवं उसके त्वरित निष्पादन के लिए संबंधित पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। टुंडी से आई हुई एक बुजुर्ग महिला ने उपायुक्त को बताया कि उनके पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर उनके पोते को नियोजन मिला। वर्तमान में उनका पोता उनकी देखभाल नहीं करता है। दवाओं के लिए भी उन्हें दर-दर भटकना पड़ता है उन्होंने इस संबंध में उपायुक्त से कार्यवाही करने का आग्रह किया। बरमसिया से आए हुए एक व्यक्ति ने बताया कि भू-माफिया सहजानंद नगर की सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने उपायुक्त से उक्त भूमि पर नागरिकों की सुविधा के लिए पार्क एवं सामुदायिक भवन बनवाने का अनुरोध किया।
गोविंदपुर से आई हुई एक वृद्ध महिला ने उपायुक्त को बताया कि 2 वर्ष पहले से आवेदन करने के उपरांत भी उन्हें अब तक वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में वह कई बार अंचल कार्यालय का चक्कर काट चुकी है। उन्होंने पेंशन स्वीकृत कर पेंशन भुगतान कराने का अनुरोध किया। झरिया से आए हुए एक समाजसेवी ने उपायुक्त को बताया कि उनके क्षेत्र में लोग अनपढ़ है। वह टीकाकरण के लिए ऑनलाइन स्लॉट नहीं बुक कर पा रहे हैं। टीकाकरण केंद्र पर घंटों लाइन लगाने के उपरांत भी कई लोगों को अब तक टीका नहीं लग पाया है। उन्होंने झरिया के अग्नि एवं भू-धंसान क्षेत्रों में कोविड-19 प्रतिरोधी टीकाकरण के लिए विशेष कैंप लगाने का अनुरोध किया। उपायुक्त से मिलने पहुंची पोषण सखियों ने बताया कि पिछले 6 माह से उन्हें मानदेय की राशि प्राप्त नहीं हुई है। साथ ही अब तक उन्हें ड्रेस भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। उन्होंने उपायुक्त से मानदेय भुगतान एवं यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
उपायुक्त से मिलने पहुंची एक महिला ने बताया कि उनके पति का वैश्विक महामारी के दौरान निधन हो गया है। उनका पुत्र डीएवी कोयला नगर विद्यालय में पढ़ता है। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह विद्यालय का फीस जमा नहीं कर पा रही है। उन्होंने उपायुक्त से फीस माफ कराने का अनुरोध किया।
वार्ड नंबर 20 से आए हुए एक युवक ने उपायुक्त को बताया कि उनके पिताजी के नाम से शस्त्र अनुज्ञप्ति थी। 4 वर्ष पूर्व पिता के निधन के उपरांत उन्होंने शस्त्र अनुज्ञप्ति के लिए आवेदन दिया, जो अब तक लंबित है। उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए उपायुक्त से शस्त्र अनुज्ञप्ति निर्गत करने का अनुरोध किया। इसी क्रम में उपायुक्त से मिलने पहुंचे लोगों ने उपायुक्त को नियोजन, जमीन, पेंशन, मुआवजा, दखल-कब्जा, चिकित्सा आदि से संबंधित समस्याओं से अवगत कराया।
उपायुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को प्राप्त सभी शिकायतों का निष्पादन करने का निर्देश दिया गया।