बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : नागरिकों को अपने मौलिक अधिकार व कर्तव्यों के प्रति जागरूक होना जरूरी है। संविधान में वर्णित संदेशों पर अमल करने के लिए हरेक व्यक्ति को जागरूक होना होगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकार धनबाद द्वारा रविवार को निकाले गए प्रभात फेरी के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह अवर न्यायाधीश निताशा बारला ने रविवार को उक्त बातें कही।उन्होंने संविधान की प्रस्तावना और संविधान के उद्देश्यों पर चर्चा किया। वहीं संविधान द्वारा प्रदत्त समानता के अधिकार पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर सात दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है, जिसकी शुरुआत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार धनबाद राम शर्मा के निर्देश पर प्रभात फेरी निकालकर की गई।प्रभात फेरी व्यवहार न्यायालय परिसर से रणधीर वर्मा चौक तक निकाली गई जिसमें न्यायिक पदाधिकारी, पैनल अधिवक्ता , मीडिएटर, कर्मचारी गण एवं पैरा वैधानिक स्वयंसेवक एवं सेविका शामिल थे। न्यायाधीश श्रीमती बारला ने बताया कि डालसा की टीम के द्वारा स्कूली छात्र- छात्राओं एवं दूर सुदूर ग्रामीण इलाकों में रह रहे आम जनमानस तक संविधान में वर्णित मौलिक अधिकार एवं मौलिक कर्तव्य के बारे में जागरूक किया जाएगा ।