बिमल चक्रवर्ती

धनबाद, : ग्रामीण क्षेत्र में टीकाकरण अभियान को गति प्रदान करने, वैश्विक महामारी के विरुद्ध ग्रामीणों का सुरक्षा कवच रूपी टीकाकरण करने के उद्देश्य से उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने शुक्रवार को सर्किट हाउस स्थित कोविड कंट्रोल रूम से ऑनलाइन बैठक कर जेएसएलपीएस को हर प्रखंड, पंचायत और गांव में एक-एक ग्रामीणों से सीधा संवाद स्थापित कर उनको टीकाकरण के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि अधिक से अधिक ग्रामीणों को टीकाकरण का लाभ पहुंचाने के लिए सभी को साथ मिलकर कड़ी मेहनत करनी है। आपदा की घड़ी में किसी की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में 45 वर्ष से अधिक लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक-एक ग्रामीण से सीधा संवाद स्थापित करें। उन्हें टीकाकरण का लाभ और सुरक्षा के संबंध में जागरूक करें। उन्हें यह बताएं कि 45 वर्ष से ऊपर के लोगों का कोरोना वायरस की चपेट में आने की अधिक संभावना है। इसके लिए जेएसएलपीएस के सभी सामुदायिक समन्वयक, पीआरपी, बीएपी को प्रशिक्षित करें। ग्रामीणों के मन में टीकाकरण के संबंध में फैली भ्रांतियां एवं गलतफहमी को दूर करें। ग्रामीणों को बताएं कि कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। यह जानलेवा नहीं है। यदि टीकाकरण के बाद हल्का बुखार आता है तो यह पेरासिटामोल की गोली खाने से ठीक हो जाता है।
उपायुक्त ने कड़े शब्दों में कहा कि कुछ नकारात्मक लोग ग्रामीणों के बीच टीकाकरण के संबंध में गलतफहमी फैला रहे हैं। वैसे लोग सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास करें तो उनके विरुद्ध सीधी एफआईआर दर्ज कराएं। ऑनलाइन बैठक के दौरान उपायुक्त ने अभियान को सफलतापूर्वक चलाने, हर प्रखंड में एक-दो सेंटर बनाकर ऑन स्पॉट वैक्सीनेशन करने, सभी दीदीयों का टीकाकरण करने, ऑडियो एवं वीडियो मैसेज द्वारा ग्रामीणों को जागरूक करने, जनप्रतिनिधियों मीडिया कर्मियों, धर्म गुरुओं का सहयोग लेने, टीमवर्क बनाकर अधिक से अधिक ग्रामीणों का टीकाकरण सुनिश्चित करने, प्रखंड एवं पंचायत स्तरीय पदाधिकारियों को प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया। ऑनलाइन बैठक में उप विकास आयुक्त दशरथ चंद्र दास, निदेशक एनईपी, निदेशक डीआरडीए, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी झरिया, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डीआरसीएचओ डॉ. विकास राणा, जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला प्रबंधक, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, सामुदायिक समन्वयक, पीआरपी, बीएपी शामिल थे।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *